प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी पहली बैठक में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने शुक्रवार को आतंकवाद में पाकिस्तान की भूमिका का ज़िक्र किया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इसलामाबाद आतंकवादी समूहों का समर्थन करना बंद करे जिससे अमेरिका और भारत की सुरक्षा प्रभावित नहीं हो। दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत को लेकर पत्रकारों को संबोधित करते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि कमला हैरिस ने सहमति जताई कि भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है। इसके साथ ही हैरिस ने कहा, 'ऐसे आतंकवादी समूहों के लिए पाकिस्तान के समर्थन पर लगाम लगाने और बारीकी से निगरानी करने की ज़रूरत है'।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाक़ात की। दोनों नेताओं ने कोरोना, टीकाकरण, अफ़ग़ानिस्तान, आतंकवाद सहित हाल के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। कमला हैरिस के अमेरिका के उपराष्ट्रपति बनने के बाद यह पहली बार है कि उनकी और प्रधानमंत्री मोदी की मुलाक़ात हो रही है। मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति को भारत आने का आमंत्रण दिया है।
कोरोना में अमेरिका ने बहुत मदद की: मोदी
दोनों नेताओं ने अंतरिक्ष, सूचना प्रौद्योगिकी के साथ-साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग सहित भविष्य के सहयोग के क्षेत्रों पर भी चर्चा की। कमला हैरिस ने कहा है कि भारत अमेरिका का एक बहुत ही महत्वपूर्ण भागीदार है। प्रधानमंत्री मोदी ने हैरिस के साथ बैठक में कहा कि जब भारत कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में था तब भारत की मदद के लिए मैं अमेरिका का आभार व्यक्त करता हूँ। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से लड़ाई के दौरान अमेरिकी सरकार, अमेरिका की कंपनियाँ और भारतीय प्रवासी बहुत मददगार थे।दोनों नेताओं ने एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भारत और अमेरिका स्वाभाविक साझेदार हैं, हमारे समान मूल्य और भू-राजनीतिक हित हैं, और हमारा समन्वय और सहयोग भी बढ़ रहा है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कमला हैरिस को संबोधित करते हुए कहा, 'आपके उप-राष्ट्रपति बनने के बाद हमें बात करने का अवसर मिला। हमारी एक बातचीत तब हुई थी जब भारत कोविड संक्रमण की बहुत कठिन लहर से जूझ रहा था। मुझे उस समय हमारे साथ खड़े होने वाले आपके शब्द याद हैं।'
इस दौरान कमला हैरिस ने कहा, 'जब भारत में कोविड संक्रमण बढ़ा तो संयुक्त राज्य अमेरिका को भारत को ज़रूरत के वक़्त पर सहयोग करने और उसके लोगों को टीका लगाने पर गर्व था। मैं भारत की उस घोषणा का स्वागत करती हूँ जिसमें कहा गया है कि वह जल्द ही वैक्सीन निर्यात फिर से शुरू करने में सक्षम होगा। जैसा कि मुझे बताया गया है कि भारत वर्तमान में हर रोज़ क़रीब 1 करोड़ लोगों को टीकाकरण कर रहा है, यह विशेष रूप से उल्लेखनीय और प्रशंसनीय है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ तसवीरें ट्वीट करते हुए लिखा है, उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से मिलकर खुशी हुई। उनकी इस उपलब्धि ने पूरी दुनिया को प्रेरणा दी है। हमने कई विषयों पर बात की जो भारत-अमेरिका की दोस्ती को और मज़बूत करेंगे और यह साझा मूल्यों और सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित है।'
प्रधानमंत्री ने इस बीच अपने जापानी समकक्ष योशीहिदे सुगा के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की। पिछले साल सितंबर में शिंजो आबे से कमान संभालने के बाद सुगा के साथ प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली व्यक्तिगत मुलाक़ात भी थी। इसके साथ ही उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन से मुलाक़ात की और कई द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत हुई।
इससे पहले मोदी ने वॉशिंगटन में पाँच बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से अलग-अलग मुलाक़ातें कीं और उनसे भारत में निवेश करने का आग्रह किया। उन्होंने सॉफ़्टवेयर कंपनी एडोब के शांतनु नारायण, जनरल एटॉमिक्स के विवेक लाल, क्वालकॉम के क्रिस्टियानो आमोन, फर्स्ट सोलर के मार्क विडमार और ब्लैकस्टोन के स्टीफ़न ए श्वर्ज़मैन से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री मोदी की वाशिंगटन यात्रा शुक्रवार को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बैठक के साथ समाप्त होगी। बाइडेन के 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली व्यक्तिगत बैठक होने जा रही है। बाइडेन और पीएम मोदी ऑस्ट्रेलिया और जापान के नेताओं के साथ एक क्वैड शिखर सम्मेलन में भी होंगे। आज ही वह न्यूयॉर्क जाएँगे और अगले दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे। समझा जाता है कि संयुक्त राष्ट्र में उनका भाषण कोरोना महामारी, आतंकवाद से निपटने की ज़रूरत, जलवायु परिवर्तन और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों सहित वैश्विक चुनौतियों पर केंद्रित होगा।