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राउत पर गर्व है; मिटना मंजूर, शरण में नहीं जाऊँगा: उद्धव

राउत पर गर्व है; मिटना मंजूर, शरण में नहीं जाऊँगा: उद्धव

शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज अपने सहयोगी संजय राउत का समर्थन किया और बीजेपी पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाया। जानिए उन्होंने राउत की गिरफ़्तारी पर क्या-क्या कहा।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना सांसद संजय राउत का समर्थन किया है और कहा है कि वे किसी से नहीं डरते। उन्होंने कहा, 'मुझे संजय राउत पर गर्व है। यह कार्रवाई हमें बर्बाद करने की साजिश है।'

उद्धव मुंबई में संजय राउत के परिवार से मुलाक़ात के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'जो भी हमारे खिलाफ बोलता है उसका हमें सफाया करना होगा। ऐसी मानसिकता के साथ प्रतिशोध की राजनीति चल रही है।' संजय राउत की गिरफ़्तारी को ग़लत क़रार देते हुए ठाकरे ने कहा, 'आज घटिया-घिनौनी राजनीति हो रही है। सरकार के ख़िलाफ़ बोलने वालों को जेल भेजा जा रहा है। संविधान को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है।'

उन्होंने कहा कि बीजेपी के ख़िलाफ़ बोलने पर मिटाने की कोशिश की जा रही है। तो क्या इस तरह की कार्रवाई से उद्धव की शिवसेना झुकेगी? ठाकरे ने साफ़ कहा है कि मिटना मंजूर है लेकिन शरण में नहीं जाऊँगा। उन्होंने कहा, 'जो झुकनेवाले थे वे हवा में चले गए। असली शिवसैनिक कभी झुकेंगे नहीं।' उन्होंने कहा कि अब महाराष्ट्र की जनता फ़ैसला लेगी। उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर सहयोगियों के साथ बर्ताव सही नहीं करने का आरोप लगाया। 

उन्होंने उम्मीद जताई और कहा, 'वक्त हमेशा बदलता रहता है। हमारा वक्त भी आएगा।'

उद्धव की यह प्रतिक्रिया तब आई है जब ईडी के अधिकारियों ने रविवार को पात्र चॉल मामले में संजय राउत को गिरफ़्तार किया है। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम रविवार सुबह शिवसेना सांसद संजय राउत के मुंबई स्थित आवास पर पहुँची और दिनभर तलाशी लेती रही थी। रिपोर्ट के अनुसार ईडी के अधिकारी उनके घर तब पहुँचे जब इस मामले में राउत एजेंसी के दो समन पर पेश नहीं हो पाए। हालाँकि, उन्होंने पेशी के लिए आगे का समय मांगा था। 

राउत को पहले 20 जुलाई को जांच एजेंसी ने तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे और अपने वकीलों के माध्यम से जवाब दिया था कि संसद सत्र के कारण वह 7 अगस्त के बाद ही पेश हो सकते हैं।

राज्य में उद्धव ठाकरे सरकार के गिरने और बीजेपी के सहयोग से नयी शिंदे सरकार के आने के बाद किसी एजेंसी की यह कार्रवाई है। एक रिपोर्ट के अनुसार ईडी द्वारा राउत की जाँच मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास से जुड़ी कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की जा रही है।

ईडी ने मामले में दादर और अलीबाग में राउत की संपत्तियाँ अटैच की थीं। 

अप्रैल में ईडी ने जांच के तौर पर ही राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ से अधिक की संपत्ति अटैच की थी। उन संपत्तियों में वर्षा राउत के दादर में एक फ्लैट और अलीबाग में किहिम समुद्र तट पर आठ भूखंड शामिल हैं, जो संयुक्त रूप से वर्षा राउत और संजय राउत के करीबी सहयोगी सुजीत पाटकर की पत्नी स्वप्ना पाटकर के पास हैं।

एजेंसी संजय राउत से प्रवीण राउत और पाटकर के साथ उनके 'व्यापार व अन्य संबंधों' के बारे में और उनकी पत्नी से जुड़े संपत्ति सौदों के बारे में जानना चाहती है। फरवरी में प्रवीण राउत को गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने कहा था कि वह किसी प्रभावशाली व्यक्ति (व्यक्तियों) के साथ मिलीभगत में काम कर रहे हैं। 

प्रवीण राउत को गोरेगांव क्षेत्र में पात्र चॉल के पुनर्विकास से संबंधित 1,034 करोड़ रुपये के कथित भूमि घोटाले से जुड़ी जांच में गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

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