उदयपुर में दर्जी की हत्या से तनाव, कर्फ्यू; दो गिरफ़्तार
राजस्थान के उदयपुर में दिनदहाड़े एक दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के बाद तनाव फैल गया है। जिले के कुछ हिस्से में कर्फ्यू लगा दिया गया है। दुकानें बंद कर दी गई हैं। जिले में इंटरनेट को फ़िलहाल 24 घंटे के लिए निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अलर्ट पर है। क़रीब 600 अतिरिक्त पुलिसकर्मी उदयपुर भेजे जा रहे हैं। इस हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शांति की अपील की है और सोशल मीडिया पर भड़काऊ वीडियो या पोस्ट नहीं करने की हिदायत दी है।
मुख्यमंत्री ने हत्या की निंदा की है और भरोसा दिया है कि इस घटना में शामिल सभी अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उदयपुर में युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करता हूं। इस घटना में शामिल सभी अपराधियों कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी। मैं सभी पक्षों से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं। ऐसे जघन्य अपराध में लिप्त हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 28, 2022
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि इस घटना से जुड़े वीडियो को साझा कर माहौल को ख़राब नहीं करें। गहलोत ने कहा, 'मैं सभी से अपील करता हूं कि इस घटना का वीडियो शेयर कर माहौल खराब करने का प्रयास ना करें। वीडियो शेयर करने से अपराधी का समाज में घृणा फैलाने का उद्देश्य सफल होगा।'
सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में घटना दिलदहलाने वाली जान पड़ती है। एक अन्य वीडियो में कथित तौर पर आरोपी कट्टरपंथी विचारों से प्रभावित जान पड़ते हैं। हत्या जाहिर तौर पर दो समुदायों के भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर हुई है। कहा जा रहा है कि भड़काऊ पोस्ट को लेकर दर्जी आरोपी था और पुलिस ने उससे पूछताछ भी की थी। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि उस पोस्ट को लेकर दर्जी को कुछ संगठनों ने धमकी भी दी थी। कहा जा रहा है कि दर्जी की वह पोस्ट बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में थी जिन्होंने कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद साहब को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था।
उदयपुर से ही आने वाले विपक्ष के नेता, पूर्व गृह मंत्री और राज्य में बीजेपी के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा है कि उन्होंने घटना को लेकर सीएम से बात की है। कटारिया ने कहा, 'मैंने मुख्यमंत्री, पुलिस अधीक्षक से बात की है और कहा है कि गिरफ्तारी जल्द से जल्द की जाए ताकि गुस्सा शांत हो सके।'
पुलिस ने कहा है कि उन्होंने कथित हत्यारों की पहचान कर ली है और उनकी तलाश की जा रही है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार उदयपुर के पुलिस अधीक्षक ने कहा, 'एक जघन्य हत्या की गई है और घटना की गहन जांच की जाएगी। कुछ आरोपियों की पहचान की गई है। आरोपियों का पता लगाने के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है। हम उस वीडियो पर कार्रवाई करेंगे जिसमें लोगों ने कृत्य को अंजाम देने का दावा किया है।'
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उदयपुर में क्रूर हत्या की निंदा की है और सरकार से मांग की है कि मुजरिमों के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त कार्रवाई हो।
हमारी सरकार से माँग है के वो मुजरिमों के ख़िलाफ़ सख़्त से सख़्त एक्शन लें। विधि शासन को क़ायम रखना होगा। 3/3
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 28, 2022
बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दो आरोपियों को एक हत्या को अंजाम देने का दावा करते सुना जा सकता है। उस वीडियो में दोनों आरोपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी देते सुने जा सकते हैं।