दक्षिण कश्मीर में बुधवार को आतंकवादियों के साथ भीषण गोलीबारी में शहीद हुए तीन अधिकारियों में एक कर्नल व एक मेजर और एक पुलिस उपाधीक्षक शामिल हैं। मुठभेड़ अभी भी जारी है। घायल सुरक्षाकर्मियों को हवाई मार्ग से श्रीनगर ले जाया गया है। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई।
कश्मीर ज़ोन पुलिस ने दिन में कहा कि अनंतनाग जिले के कोकेरनाग इलाके में सुरक्षा बलों और छिपे आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। हालाँकि इसमें और ज़्यादा जानकारी नहीं दी गई थी।
कार्रवाई में सेना के राजस्थान राइफल्स यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर (कर्नल), एक कंपनी कमांडर (मेजर) और एक जम्मू-कश्मीर पुलिस डीएसपी शहीद हो गए। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार सेना के अधिकारियों ने कहा, 'कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हुए थे और बाद में उनकी मृत्यु हो गई।'
विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर इलाके में आतंकवादियों की तलाश के लिए निकले जवानों का नेतृत्व सेना के अधिकारी आगे आगे कर रहे थे। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह, एडीजीपी कश्मीर विजय कुमार सेना के जवानों के साथ ऑपरेशन की निगरानी के लिए मुठभेड़ स्थल पर पहुंचे।
द इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि सुरक्षाकर्मियों के लिए अतिरिक्त बलों को आगे बढ़ाना और घायल कर्मियों को निकालना मुश्किल था क्योंकि आतंकवादी लगातार गोलीबारी कर रहे थे। इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि आतंकवादी लश्कर के प्रॉक्सी "द रेजिस्टेंस फ्रंट" से हैं।
इस बीच, जम्मू-कश्मीर के राजौरी के नरला इलाके में शुरू हुई मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। 4 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था और गोलीबारी में एक पुलिस अधिकारी भी घायल हो गया था।
पिछले एक महीने में घाटी में यह दूसरा बड़ा आतंकी हमला है। 4 अगस्त को दक्षिण कश्मीर के कुलगाम के जंगलों में आतंकी हमले में तीन जवान शहीद हो गए थे।