ट्विटर ने शुक्रवार को कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार ट्विटर के नए मालिक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्क ने कंपनी की अधिकतर भारतीय टीम को निकाल दिया है। कंपनी के भारत में लगभग 250 कर्मचारी थे। यह छंटनी मस्क द्वारा आदेशित वैश्विक पुनर्गठन का हिस्सा है।
ट्विटर को खरीदने के बाद से ही एलन मस्क ट्विटर में नये कर्मचारियों की टीम बनाने के काम में लगे हुए हैं, ऐसी ख़बरें लगातार आ रही हैं। इससे पहले कई मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि ट्विटर क़रीब आधे स्टाफ की कटौती करना चाहता है। कंपनी में तब क़रीब 7500 कर्मचारी काम कर रहे थे।
वैश्विक स्तर पर ट्विटर के कर्मचारियों को 4 नवंबर को ईमेल मिले। मिंट की रिपोर्ट के अनुसार ईमेल में उन्हें सूचित किया गया कि यदि उनकी भूमिका इस कटौती से प्रभावित होती है, तो वे ट्विटर के आंतरिक सिस्टम, जैसे स्लैक, ईमेल आदि तक पहुँच खो देंगे। रिपोर्ट के अनुसार कंपनी के एक करीबी वकील ने यह भी नोट किया कि कुछ कर्मचारियों ने छंटनी की आशंका में स्वेच्छा से अपने कागजात सौंप दिए। कंपनी इस साल सितंबर में पहले ही कटौती के दौर से गुज़र चुकी थी।
निकाले गए लोगों की संख्या का तुरंत पता नहीं चल पाया है। लेकिन रायटर्स ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि कम्युनिकेशंस, सेल्स, इंजीनियरिंग, विज्ञापन, राजस्व, प्रोडक्ट और ग्लोबल कंटेंट पार्टनरशिप प्रभागों में कर्मचारी प्रभावित हुए। इसके अलावा दो विभागों को भंग कर दिया गया। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि कुल मिलाकर, ट्विटर के भारत के 50 प्रतिशत से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
मिंट की रिपोर्ट के अनुसार जिन कर्मचारियों की छँटनी की गई उनमें से एक पूर्व कर्मचारी ने कहा कि कुछ संविदा कर्मचारी जो पूर्णकालिक कंपनी रोल पर नहीं थे, उन्हें बरकरार रखा गया है।
यश अग्रवाल ने ट्वीट किया, 'अभी-अभी छुट्टी हुई है...। यह एक सम्मान की बात है कि इस टीम और इस संगठन का हिस्सा रहा...।'
शिफ़ालिका योगी ने भी कुछ ऐसा ही लिखा है।
ट्विटर इंडिया ने अभी तक इस पर बयान जारी नहीं किया है या टिप्पणी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया है।
ट्विटर पर छंटनी का पहला दौर शुक्रवार को कंपनी द्वारा गुरुवार को भेजे गए एक औपचारिक ईमेल के बाद शुरू हुआ, जिसमें कथित तौर पर दुनिया भर के कर्मचारियों को घर पर रहने और एक और ईमेल का इंतज़ार करने के लिए कहा गया था जो उन्हें उनकी नौकरी की स्थिति के बारे में अपडेट करेगा।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार कर्मचारियों को भेजे गए ईमेल में शुक्रवार को कहा गया है, 'ट्विटर को स्वस्थ रास्ते पर लाने के प्रयास में हम अपने वैश्विक कार्यबल को कम करने की कठिन प्रक्रिया से गुजरेंगे।'
यह कदम एलन मस्क के नियंत्रण में कंपनी के भविष्य के बारे में अनिश्चितता के एक सप्ताह बाद आया है। मस्क ने पिछले हफ्ते ट्विटर पर अपनी पारी की शुरुआत सीईओ पराग अग्रवाल जैसे शीर्ष अधिकारियों को निकालकर की थी। इसके बाद उन्होंने वेरिफाइड खाते के लिए $8 प्रति माह चार्ज करने की योजना की घोषणा की थी।
स्टेटिस्टा की जुलाई की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्विटर ने दिसंबर 2021 तक लगभग 7,500 लोगों को रोजगार दिया था। इससे एक वर्ष पहले कर्मचारियों की संख्या क़रीब 5,500 थी। ब्लूमबर्ग और रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, एलन मस्क ने सोशल मीडिया कंपनी में कर्मचारियों की संख्या को आधा करने की योजना बनाई है।