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केसीआर की बेटी ने बीजेपी सांसद से कहा- चप्पलों से पीटूंगी

केसीआर की बेटी ने बीजेपी सांसद से कहा- चप्पलों से पीटूंगी

के. कविता और बीजेपी सांसद धर्मपुरी अरविंद के बीच यह टकराव आखिर क्यों हुआ। बता दें कि तेलंगाना में कुछ महीनों के बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं और इस बार बीजेपी और टीआरएस के बीच सीधा मुकाबला होना है। 

तेलंगाना की सियासत में एक बार फिर भारतीय राष्ट्रीय समिति (बीआरएस) और बीजेपी के नेताओं के बीच टकराव हुआ है। बीआरएस के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता ने निजामाबाद से बीजेपी के सांसद धर्मपुरी अरविंद को छिछोरा कहा है और यह भी कहा कि वह उन्हें चप्पलों से पीटेंगी। 

के. कविता ने कहा कि बीजेपी सांसद धर्मपुरी अरविंद कीचड़ की तरह हैं, हम कीचड़ पर पत्थर नहीं मारते, वह छिछोरे किस्म के व्यक्ति हैं और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह का व्यक्ति बीजेपी में है। 

उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी सांसद इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना जारी रखेंगे तो वह उन्हें निजामाबाद के चौराहे पर चप्पलों से पीटेंगी। उन्होंने चेताया कि बीआरएस इस मामले में शांत नहीं रहेगी।

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कविता को धर्मपुरी अरविंद के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। कविता विधान परिषद की सदस्य हैं और सांसद भी रही हैं।

क्या है मामला?

निजामाबाद से सांसद अरविंद धर्मपुरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री केसीआर के परिवार के प्रति कथित रूप से अभद्र टिप्पणी की थी, यह टिप्पणी मीडिया में आई इस तरह की खबरों को लेकर थी कि बीजेपी ने कविता को अपनी पार्टी में लाने की कोशिश की है। 

हालांकि कविता ने कहा था कि बीजेपी के कुछ लोगों ने उन्हें पार्टी में शामिल होने का ऑफर दिया था लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया था। 

बीजेपी सांसद ने कहा था कि कविता ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की थी और कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी। सांसद ने कहा था कि क्योंकि तेलंगाना राष्ट्र समिति का भारत राष्ट्र समिति के नाम परिवर्तन समारोह के दौरान उन्हें कथित रूप से नजरअंदाज कर दिया गया था।

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निजामाबाद से सांसद अरविंद धर्मपुरी।

के. कविता के इस बयान पर कि वह उन्हें चप्पलों से पीटेंगी, बीजेपी सांसद ने कहा कि उन्होंने इस मामले में पुलिस में शिकायत दे दी है और वह उनके पिता को चप्पलों से पीटेंगे और उनकी पार्टी की महिला विंग को अपने मुख्यमंत्री का ध्यान रखना होगा। 

कार्यकर्ताओं का हंगामा

बता दें कि शुक्रवार को बीआरएस के कार्यकर्ताओं ने हैदराबाद में बीजेपी सांसद धर्मपुरी के आवास पर तोड़फोड़ की थी। इस दौरान उनकी कार को भी नुकसान पहुंचा था। बीजेपी सांसद ने ट्वीट कर बताया था कि बीआरएस के लोगों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उनकी मां को धमकाया और हंगामा किया। 

हंगामा करने वालों के हाथों में टीआरएस के झंडे थे और उन्होंने बीजेपी सांसद का पुतला फूंका था। हालात को बिगड़ते हुए देख पुलिस वहां पहुंची और उन्हें सांसद के आवास के बाहर से हटाया। इस मामले में पुलिस ने 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है जबकि 8 लोगों को हिरासत में लिया गया है। 

तेलंगाना पर है नजर

तेलंगाना में कुछ महीनों के बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं और इस बार बीजेपी और टीआरएस के बीच सीधा मुकाबला होना है। बीजेपी दक्षिण में कर्नाटक के बाद इस राज्य में अपनी सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। 

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वंशवाद को बनाया मुद्दा

बीजेपी ने जुलाई में हैदराबाद में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की थी और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए वंशवाद मुक्त भारत का नारा दिया था। बीजेपी केसीआर पर वशंवादी राजनीति करने का आरोप लगाती है। केसीआर के बेटे केटी रामा राव तेलंगाना सरकार में मंत्री हैं। 

नगर निगम के नतीजे 

साल 2020 के अंत में हुए ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था। वह 4 सीटों से 48 सीटों पर पहुंच गई थी जबकि तेलंगाना में सरकार चला रही टीआरएस 99 से 56 सीटों पर आ गई थी।

नगर निगम के चुनाव में बीजेपी ने पूरी ताकत लगा दी थी और उसे इसका अच्छा नतीजा भी मिला था। इस नतीजे से यह संदेश निकला था कि तेलंगाना में टीआरएस की लड़ाई अब बीजेपी से ही होगी। क्योंकि कांग्रेस और तेलुगू देशम पार्टी तेलंगाना में बेहद कमजोर हो गई हैं। हैदराबाद का नाम भाग्यनगर करने की मांग हो या एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर लगातार हमले, कहा जाता है कि बीजेपी की कोशिश यहां हिंदू मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने की है।

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