आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की चुनावी सभा थी, लेकिन वहाँ माइक से एकाएक से पीएम मोदी की आवाज़ गूंजने लगी। उस आवाज़ में प्रधानमंत्री महंगाई पर सवाल उठा रहे थे! वह लोगों को वोट देने जाने से पहले गैस सिलेंडर की याद दिला रहे थे! चुनाव जीतने के लिए बड़े-बड़े वादे कर रहे थे!
दरअसल, तेजस्वी यादव ने अपनी सभा में पीएम मोदी के पुराने भाषणों की रिकॉर्डिंग चलाई थी। इसमें पीएम मोदी के अलग-अलग समय पर दिए गए भाषणों के अंश शामिल किए गए थे। महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लगातार चुनावी मुद्दा बना रहे तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी के पुराने वादों को याद दिलाया। उन्होंने यह बताने की कोशिश की कि पीएम मोदी ने चुनाव से पहले जो वादा किया था वह पूरा नहीं किया गया और वह 'जुमला' साबित हुआ। तेजस्वी ने उस सभा की वीडियो क्लिप साझा की है और कहा है, 'प्रधानमंत्री जी द्वारा 𝟏𝟎 वर्षों में किए गए वादे अब जनता स्पीकर पर सुन और सुना रही है। इतना झूठ बोला गया है कि अब समेटे नहीं सिमट पा रहा है।'
तेजस्वी ने इसको लेकर बुधवार को ट्वीट किया है, 'कल चुनावी सभा में एक साथी ने पोर्टेबल ब्लूटूथ स्पीकर लाकर दिया। इसमें क्या है? यह आप भी सुनिए और औरों को सुनाइये। ...जनता का ध्यान भटकाने के लिए ये लोग कुछ भी बोल और कर सकते हैं। सार्वजनिक जीवन में इतने बड़े पद पर रहकर इतना अधिक झूठ नहीं बोलना चाहिए। वही बोलो जो कर सको।'
तेजस्वी ने उस सभा की जो क्लिप साझा की है उस वीडियो में एक स्पीकर को माइक के सामने लाकर वह सभा में मौजूद लोगों को चुप कराते दिखाई देते हैं। इसमें पीएम मोदी की आवाज़ सुनाई देती है जिसमें उनके पुराने भाषणों को सहेजा गया था। वीडियो में सुनवाई देता है, "अगर इसी प्रकार से महंगाई बढ़ती गई तो गरीब क्या खाएगा? लेकिन प्रधानमंत्री महंगाई का ‘म’ बोलने के लिए तैयार नहीं है। इनका अहंकार इतना है कि महंगाई का म बोलने के लिए तैयार नहीं है। मरो फिर मरो... आपका नसीब..। गरीब घरों में चूल्हा नहीं जलता है। बच्चा रात रात रोता रहता है। माँ आंसू पीकर सोती है। और देश के नेताओं को गरीब की परवाह तक नहीं है। ये ग़रीबी का हाल कर दिया है।"
इस वीडियो में आवाज़ सुनाई देती है, 'जब वोट करने जाएँ तो घर में जो गैस सिलेंडर है न, उसको जरा नमस्कार करके जाइए। गैस सिलेंडर छीन लिए इन लोगों ने। और गैस जिस प्रकार से महंगा कर दिया है, याद करके जाइए...।' बता दें कि 2014 में आम लोगों को हर सिलेंडर पर क़रीब सवा चार सौ रुपये चुकाने पड़ते थे।
वीडियो में पीएम का एक और भाषण सुनाई देता है जिसमें आवाज़ सुनाई देती है, 'मैं आज वादा करता हूँ दिल्ली सरकार सवा लाख करोड़ रुपये का पैकेज देगी...।' इसी में आगे आवाज़ सुनाई देती है, 'हिंदुस्तान के एक एक ग़रीब आदमी को मुफ्त में 15-20 लाख रुपये यूँ ही मिल जाएँगे। एक-एक पाई हिंदुस्तान की वापस लाई जाएगी।' प्रधानमंत्री ने यह भाषण 2014 के चुनाव से पहले कालेधन को लेकर दिया था।
उस भाषण में आगे कहते सुना जा सकता है, 'मैंने सिर्फ़ देश से 50 दिन मांगे हैं। अगर 30 दिसंबर के बाद कोई मेरी कमी रह जाए, कोई मेरी गलती निकल जाए, कोई मेरा ग़लत इरादा निकल जाए। आप जिस चौराहे पर खड़ा करेंगे, मैं खड़ा हो करके वो सजा भुगतने के लिए तैयार रहूँगा।' प्रधानमंत्री ने यह भाषण नोटबंदी के बाद दिया था।
इस वीडियो बयान में पीएम मोदी के 2014 से लेकर नोटबंदी के बाद तक के भाषणों के कुछ हिस्सों को शामिल किया गया है। बता दें कि इस बार तेजस्वी यादव महंगाई और रोज़गार का मुद्दा जोरशोर से उठा रहे हैं। इसी के ईर्द-गिर्द वह बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी को घेर रहे हैं। तो सवाल यही है कि क्या महंगाई सहित अन्य मुद्दों पर पीएम मोदी के पुराने भाषणों की रिकॉर्डिंग चलाने का असर पड़ेगा?