कश्मीर में हत्याओं के बीच अमित शाह से मिले डोभाल
कश्मीर में हो रही ताबड़तोड़ हत्याओं के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। इस मुलाकात के दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। डॉ. जितेंद्र सिंह जम्मू से आते हैं। अमित शाह ने यह बैठक नॉर्थ ब्लॉक में की।
बता दें कि इस साल कश्मीर में अब तक 16 लोगों की टारगेट किलिंग हो चुकी है। मई महीने में ही आतंकवादी ताबड़तोड़ एक के बाद एक कई लोगों को निशाना बना चुके हैं।
जम्मू भेजने की मांग
हालात इस कदर खराब हैं कि जम्मू में रह रहे कश्मीरी पंडितों और बाहरी हिंदू कर्मचारियों ने मांग की है कि उन्हें जल्द से जल्द कश्मीर से जम्मू भेजा जाए। इस मांग को लेकर वे लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
केंद्र सरकार निशाने पर
कश्मीरी पंडितों और आम लोगों की हत्याओं के कारण केंद्र सरकार निशाने पर है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने कहा है कि केंद्र की सरकार कश्मीरी पंडितों को सुरक्षा देने में पूरी तरह फेल रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सुरक्षाबलों को सीमा पार से होने वाली घुसपैठ को रोकने और आतंकवाद का पूरी तरह सफाया करने के निर्देश दे चुके हैं लेकिन कश्मीर में आतंकवादी बेखौफ होकर आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
कश्मीर के तमाम जिलों में काम कर रहे हिंदू कर्मचारी राहुल भट की हत्या के बाद से ही उनका यहां से ट्रांसफर किए जाने की मांग कर रहे हैं। मई महीने में कश्मीर के बडगाम जिले के चढूरा इलाके में कश्मीरी पंडित राहुल भट की भी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
कर्मचारियों का कहना है कि वे यहां खौफ में रह रहे हैं और सरकार जल्द से जल्द उनका यहां से ट्रांसफर करे।
बैंक मैनेजर की हत्या
बता दें कि गुरुवार सुबह ही कुलगाम में एक बैंक मैनेजर विजय कुमार की आतंकियों ने बैंक में घुसकर हत्या कर दी। जबकि 31 मई को कुलगाम के सरकारी स्कूल में टीचर रजनीबाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी बीच शोपियां जिले में फारुख अहमद शेख नाम के शख्स पर आतंकियों ने गोलियां चला दी और शोपियां में ही 3 जवान जब एक ऑपरेशन में शामिल होने के लिए जा रहे थे तो रास्ते में आतंकियों ने बम धमाका किया जिसमें वे घायल हो गए।
अमरीन भट की हत्या
बीते महीने टीवी कलाकार अमरीन भट की आतंकियों ने बडगाम के चढूरा इलाके में घर के बाहर हत्या कर दी थी। आतंकियों ने उनके भांजे को भी गोली मारकर घायल कर दिया था। उससे पहले आतंकियों ने एक पुलिसकर्मी गुलाम हसन डार की श्रीनगर में उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी। अपने पिता को बचाने आई 7 साल की बेटी भी हमले में घायल हो गई थी।