‘आज तक’ के ‘ई-एजेंडा’ कार्यक्रम में शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा, ‘मोदी सरकार के कार्यकाल में अर्थव्यवस्था का संकट बहुत बढ़ गया है। यह संकट मोदी सरकार के पहले कार्यकाल से शुरू हुआ और दूसरे कार्यकाल तक पहुंच गया।’ उन्होंने कहा कि इसका कारण नोटबंदी, जीएसटी रहा और इस वजह से ग़रीबी, बेरोज़गारी भी बढ़ी। राउत ने कहा कि आज हर देश का हर चौथा आदमी बेरोज़गार है।
बीजेपी से अलग होने के सवाल पर शिवसेना प्रवक्ता राउत ने कहा, ‘बीजेपी सिर्फ़ अपना ही आधार बढ़ाना चाहती थी, धीरे-धीरे दरार बढ़ती गई और शिवसेना को अलग होना पड़ा।’
क्या आपको गठबंधन में बोलने की आज़ादी है इस सवाल पर राउत ने कहा कि शिवसेना खुलकर बोलती है, चाहे वह किसी भी दल के साथ रही हो। बीजेपी के इन आरोपों पर कि महाराष्ट्र में ठाकरे सरकार कोरोना से लड़ने में विफल रही है, इस बारे में पूछने पर राउत ने कहा कि संकट के समय में बीजेपी नेताओं को राजनीति नहीं करनी चाहिए।
राउत ने कहा कि महाराष्ट्र को केंद्र सरकार से पूरा सहयोग मिल रहा है। महाराष्ट्र सरकार की स्थिरता को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह स्थिर है और सरकार में शामिल तीनों ही दलों का एकजुट होना यह दिखाता है कि यह पूरे 5 साल तक चलेगी।