बागियों को चुनौती- हिम्मत है तो शिवसेना छोड़कर चुनाव लड़ें
महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने राज्य में गहराते राजनीतिक संकट के बीच बागियों को पार्टी छोड़ने और चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने भी कुछ ऐसी ही खुली चुनौती दी है और कहा है कि मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के बागी पार्टी से बाहर निकलकर उद्धव ठाकरे के पिता बाला साहेब ठाकरे के नाम पर वोट न मांगें, वे अपने बाप के नाम पर वोट मांगें।
बहरहाल, आदित्य ठाकरे ने कहा, 'अगर आप में हिम्मत है तो शिवसेना छोड़िए, दल बदल करिए और लड़िए। अगर आपको लगता है कि हमने जो किया है वह गलत है और उद्धव जी का नेतृत्व गलत है और हम सभी गलत हैं, तो इस्तीफा दें और चुनाव का सामना करें। हम तैयार हैं।'
आदित्य ठाकरे ने शनिवार को मुंबई में समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, 'आप यहां खड़े लोगों को देखें - वे (बागी) यहां महाराष्ट्र में प्रचार नहीं कर पाएंगे।'
इधर संजय राउत ने भी बागी शिंदे खेमे को खुलेआम चुनौती देते हुए कहा, 'मैं विधायकों को इस्तीफा देने और फिर से निर्वाचित होने की चुनौती देता हूं। मैं उन्हें खुले तौर पर चुनौती देता हूं।' इंडिया टुडे टीवी से बातचीत में राउत ने बागी विधायकों पर तीखा हमला बोला और कहा, 'शिव सैनिक केवल उद्धव ठाकरे के नाम पर ही विश्वास करेंगे। हम पीछे से छुरा नहीं भोंकते हैं। उन्हें वह करने दें जो वे चाहते हैं। उन्हें मुंबई वापस आना होगा। एक बार जब वे वापस आ जाएँगे तो सभी को पता चल जाएगा कि कौन बागी है।'
बता दें कि राउत ने बागियों को आज एक और चुनौती के अंदाज में तंज कसा है। उन्होंने डिप्टी स्पीकर द्वारा जारी नोटिस का हवाला देते हुए बागियों के पास अब बहुत कम समय होने की ओर इशारा किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि आख़िरकार उन्हें लौटकर महाराष्ट्र में आना तो पड़ेगा ही।
राउत ने बीजेपी शासित असम में डेरा डाले बागियों की ओर इशारा करते हुए ट्वीट किया, 'आप कब तक छिपे रहेंगे गुवाहाटी में... आना ही पड़ेगा चौपाटी में।' राउत ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल की तसवीर को भी ट्वीट किया है। डिप्टी स्पीकर ने शिवसेना की अयोग्यता याचिका पर शनिवार को 16 बागी विधायकों को नोटिस जारी किया है। सभी विधायकों को उनका लिखित जवाब दाखिल करने के लिए 27 जून शाम 5.30 बजे तक का वक्त दिया गया है।
इस पर शिंदे खेमे ने कहा, 'उन्हें किसी भी समन/नोटिस का जवाब देने के लिए हमें सात दिन का नोटिस देना चाहिए था, लेकिन हमें केवल दो दिन ही मिले। हम अपने अधिकारों के अनुसार और समय मांगेंगे। हम उचित समय पर जवाब देंगे।' एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाने के स्पीकर के फैसले पर शिंदे समूह ने कहा है कि 'हम अदालत जाएंगे। हम कानूनी सलाह ले रहे हैं।'
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे दावा कर रहे हैं कि 40 से ज़्यादा बागी विधायक उनके साथ हैं। वे गुवाहाटी के एक पांच सितारा होटल में रुके हैं। उनका दावा है कि असम में ठहरे विधायक उनका समर्थन कर रहे हैं। लेकिन बढ़ते घटनाक्रमों के बीच एकनाथ शिंदे गुट ने अपनी नई पार्टी बनाने का एलान कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस पार्टी का नाम बालासाहेब शिवसेना रखा जाएगा।
लेकिन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई में हुई शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा कि कोई और बालासाहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता। इस मामले में शिवसेना ने चुनाव आयोग जाने की भी बात कही है।