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ट्रेन पर 300 यात्री बैठ सकते हैं तो बाइक पर 3 क्यों नहीं, चालान ख़त्म करेंगे: राजभर

ट्रेन पर 300 यात्री बैठ सकते हैं तो बाइक पर 3 क्यों नहीं, चालान ख़त्म करेंगे: राजभर

ओम प्रकाश राजभर ने सवाल उठाया है कि 70 सीटों वाली ट्रेन में जब 300 लोगों के बैठने पर चालान नहीं तो मोटरसाइकिल पर 3 लोगों के बैठने पर चालान क्यों?

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने एक रोचक चुनावी वादा किया है। उन्होंने कहा है कि मोटरसाइकिल पर तीन लोगों की सवारी के लिए कोई चालान नहीं काटा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि उनका गठबंधन सत्ता में आता है तो बाइक के लिए चालान माफ किया जाएगा। 

बाइक पर तीन लोगों के बैठने के लिए उन्होंने दलील भी अजीब दी है। उन्होंने कहा है कि जब ट्रेन में 300 लोग बैठ सकते हैं तो बाइक पर तीन क्यों नहीं।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता राजभर ने कहा, 'एक ट्रेन 70 सीटों पर 300 यात्रियों को ले जाती है और चालान नहीं काटा जाता है ...अगर तीन लोग बाइक चलाते हैं तो चालान क्यों होता है?' उन्होंने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, 'जब हमारी सरकार सत्ता में आएगी तो तीन सवार मुफ्त में बाइक चला सकेंगे, नहीं तो हम जीपों-ट्रेनों पर चालान कर देंगे।'

राजभर की यह सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी यानी एसबीएसपी पहले बीजेपी की सहयोगी थी। उत्तर प्रदेश में 2017 के चुनावों में जब बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने राज्य की 403 सदस्यीय राज्य विधानसभा में कुल 325 सीटें जीती थीं तब एसबीएसपी ने चार सीटें जीती थीं। तब राजभर पहली बार विधायक बने थे और बाद में उन्हें पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नियुक्त किया गया था। लेकिन दो साल बाद बीजेपी से असंतुष्ट होकर वह गठबंधन से हट गए और योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।

ओम प्रकाश राजभर ने यूपी से योगी आद‍ित्‍यनाथ की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार को सत्‍ता से बेदखल करने की कसम खाई है। उन्होंने सोमवार को भी कहा था कि ट्रेन में 70 सीटें होती हैं, 300 आदमी डिब्बे में बैठते हैं फिर भी रेलगाड़ी का चालान नहीं होता है। उन्होंने कहा था कि 9 सीट वाली जीप 22 लोगों को लेकर जाती है उस पर भी चालान नहीं होता है।

राजभर ने मुख्‍तार अंसारी के भी अपनी पार्टी से चुनाव मैदान में उतारने की बात कही है। हालाँक‍ि उन्‍होंने यह साफ नहीं क‍िया क‍ि मुख्‍तार क‍िस सीट से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।

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