सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध जारी है। शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने इस योजना के विरोध में देशभर में कई जिला और तहसील मुख्यालयों पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया है। बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में बीते दिनों बिहार, उत्तर प्रदेश से लेकर तेलंगाना तक हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
इस दौरान रेलवे की संपत्ति को भी अच्छा-खासा नुकसान पहुंचा था। उत्तर प्रदेश और बिहार में पुलिस ने बड़े पैमाने पर एफआईआर दर्ज की थी और सैकड़ों लोगों की गिरफ्तारियां भी की थी।
अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने इस योजना को वापस लेने की मांग की है और कई जगहों पर कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन भी सौंपा है।
इस दौरान उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश और पंजाब से लेकर हरियाणा और कई राज्यों में किसानों ने प्रदर्शन किया है। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश सहित तमाम राज्यों में पुलिस अलर्ट पर है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डर्स पर जोरदार प्रदर्शन किया था और 1 साल तक लगातार धरना दिया था। इसके बाद केंद्र सरकार को कृषि कानून वापस लेने पड़े थे।
वरुण ने फिर किया ट्वीट
बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अग्निपथ योजना को लेकर ट्वीट किया है। वरुण ने कहा है कि अल्पावधि की सेवा करने वाले अग्निवीर पेंशन के हकदार नही हैं तो जनप्रतिनिधियों को यह ‘सहूलियत’ क्यों?
उन्होंने कहा है कि राष्ट्ररक्षकों को पेंशन का अधिकार नहीं है तो वह भी खुद की पेंशन छोड़ने के लिए तैयार हैं। बीजेपी सांसद ने कहा है कि क्या हम विधायक/सांसद अपनी पेंशन छोड़ यह नहीं सुनिश्चित कर सकते कि अग्निवीरों को पेंशन मिले?
दूसरी ओर सरकार इस योजना को लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं है। एयरफोर्स और आर्मी में भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
विपक्षी राजनीतिक दलों के साथ ही सेना में रहे कई पूर्व अफसरों ने अग्निपथ योजना का विरोध किया है तो सेना में रहे कई पूर्व अफसर इस योजना के समर्थन में आगे आए हैं। केंद्र सरकार का कहना है कि यह योजना युवाओं के लिए फायदेमंद है और उन्हें विपक्षी दलों के द्वारा गुमराह किया जा रहा है।
बीते दिनों में केंद्र सरकार और निजी कंपनियों की ओर से अग्निवीरों के लिए तमाम बड़े एलान भी किए गए हैं।