जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की रविवार को बारामूला जिले में आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उन पर हमला तब किया गया जब वह एक मस्जिद में नमाज अदा कर रहे थे।
पुलिस के अनुसार, सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहम्मद शफी मीर शहर के गंतमुल्ला बाला इलाके में एक स्थानीय मस्जिद में अज़ान कर रहे थे, तभी आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चला दीं। कश्मीर जोन पुलिस ने एक बयान में कहा है कि घटना के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी और मामले की जांच शुरू कर दी।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन पर उरी के शीरी के गंतमुल्ला गांव में गोलीबारी की गई। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ एक दशक से अधिक समय से ज्यादा हिंसा और उग्रवाद नहीं देखा गया था।
पुलिस सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि मीर 2012 में एसएसपी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे और घाटी के सबसे शांतिपूर्ण क्षेत्रों में से एक के निवासी होने के बावजूद उनकी सुरक्षा एक निजी सुरक्षा अधिकारी यानी पीएसओ द्वारा की जाती थी। हालाँकि, हाल ही में उनके निजी सुरक्षा अधिकारी को हटा लिया गया था। ताज़ा हमले के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना की एक संयुक्त टीम ने हमले में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी।
पिछले महीने श्रीनगर की ईदगाह मस्जिद के पास आतंकवादियों की गोलीबारी में राज्य पुलिस के एक पुलिस इंस्पेक्टर गंभीर रूप से घायल हो गया थे। घटना के बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
घटना उस वक्त हुई थी जब इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी श्रीनगर के ईदगाह मैदान में स्थानीय लड़कों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे।
बता दें कि बारामूला जिले में चार महीने पहले सितंबर महीने में उरी में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे। यह मुठभेड़ बारामूला के उरी और हथलंगा इलाके में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास हुई थी। माना जा रहा है कि आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। आतंकवादियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई में ऑपरेशन में भारतीय सेना और बारामूला पुलिस शामिल थी।
इसी महीने जम्मू कश्मीर के राजौरी ज़िले में सेना के जवानों पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया। इसमें सेना के 5 जवान शहीद हो गए। वाहन जवानों को बुफलियाज़ के पास के इलाक़े से ले जा रहे थे, जहां बुधवार रात से आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चल रहा था। ऑपरेशन डीकेजी, थानामंडी, राजौरी के सामान्य क्षेत्र पर केंद्रित था।