यदि आपने म्युचुअल फंड में निवेश कर रखा है तो आपके लिए एक अच्छी ख़बर है। भारतीय रिज़र्व बैंक ने म्युचुअल फंड की कंपनियों को 50 हज़ार करोड़ रुपए देने का फ़ैसला किया है। यह पैसा उन कंपनियों का नकदी संकट दूर करने के लिए दिया जाएगा।
यह एलान ऐसे समय हुआ है, जब अमेरिकी म्युचुअल फंड फ्रैंकलिन टेम्पलटन ने भारत में चलने वाली अपनी कई स्कीमों को बंद कर दिया है। कंपनी ने नकदी संकट का हवाला देते हुए 23 अप्रैल से ये स्कीमें बंद कर दीं हैं।
रिज़र्व बैंक के इस एलान को व्यापार जगत और ख़ास कर पूंजी बाज़ार का मनोबल बढ़ाने वाले कदम के रूप में देखा जा रहा है। समझा जाता है कि इससे उन म्युचुअल फंड कंपनियों को फ़ायदा होगा, जिन्होंने बॉन्ड वगैरह में अधिक पैसा लगा रखा है, उन्हें भुगतान करना पड़ा है और उनके पास नकद पैसे नहीं हैं।
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आरबीआई के इस निर्णय का स्वागत किया है।
शेयर बाज़ार ने रिज़र्व बैंक के इस फ़ैसले का स्वागत किया है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज का संवेदनशील सूचकांक सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ़्टी तेजी से ऊपर चढ़ा।
याद दिला दें कि इसके पहले केंद्र सरकार ने कोरोना और लॉकडाउन को देखते हुए 1.70 लाख करोड़ रुपए के विशेष राहत पैकेज का एलान किया था।