दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कालकाजी सीट से विधानसभा चुनाव जीत लिया। उनका मुक़ाबला बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा से था। बिधूड़ी विधानसभा चुनाव में विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहे। उन्होंने मुख्यमंत्री आतिशी और प्रियंका गांधी को लेकर विवादित बयान दिया था। आप उनके विवादित बयानों को मुद्दा बनाती रही थी।
चुनाव नतीजे आने से पहले बिधूड़ी ने चुनाव में जीत दर्ज करने की उम्मीद जताते हुए कहा था कि उनका ध्यान व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा या मुख्यमंत्री पद पर नहीं, बल्कि दिल्ली के लोगों की सेवा पर है। बिधूड़ी ने कहा था, 'केजरीवाल दो बार मुफ्त चीजों के दम पर जीते, लेकिन उनके नेतृत्व की पोल खुल गई है।'
चुनाव प्रचार के दौरान बिधूड़ी विवादित बयान देते रहे थे। पिछले महीने बिधूड़ी कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक बयान देकर फँस गए थे। उन्होंने उस समय बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था जब उन्होंने कहा कि अगर वह आगामी चुनाव जीतते हैं तो वह अपने विधानसभा क्षेत्र की सड़कों को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के गालों की तरह चमका देंगे।
कांग्रेस ने उनके बयान पर कड़ा विरोध जताया और बीजेपी नेता को महिला विरोधी क़रार दिया। बिधूड़ी के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत की गई थी।
बिधूड़ी को वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता था, 'लालू यादव ने एक बार दावा किया था कि वह बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी के गालों की तरह चमका देंगे, लेकिन वह उस वादे को पूरा करने में विफल रहे। हालांकि, मैं आपको आश्वासन देता हूं कि जिस तरह हमने ओखला और संगम विहार की सड़कों को बदल दिया है, हम कालकाजी की हर सड़क प्रियंका गांधी के गालों की तरह चमका देंगे।'
सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर लिखा था,
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भाजपा घोर महिला विरोधी है। प्रियंका गांधी के बारे में रमेश बिधूड़ी का बयान न केवल शर्मनाक है, बल्कि उनकी घृणित मानसिकता को भी दर्शाता है। संसद में अपने साथी सांसद को बिना किसी सजा के गाली देने वाले व्यक्ति से और क्या उम्मीद की जा सकती है?
सुप्रिया श्रीनेत
आप नेता संजय सिंह ने कहा था, 'यह बहुत शर्मनाक है। भाजपा ने एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है, जिसने संसद में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और जो खुलेआम लोगों को पैसे बांट रहा था।' उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पर इस तरह की घटिया और बेशर्मी भरी टिप्पणी करना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। दिल्ली की महिलाओं को समझ में आ गया होगा कि उनके शासन में उन्हें किस तरह की सुरक्षा मिलेगी।'
आतिशी पर बयान
रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री और कालकाजी से आप उम्मीदवार आतिशी पर भी विवादित बयान दिया था। उन्होंने कालकाजी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था, 'यहां सड़क की हालत खराब है, चार साल से लोग नरक भोग रहे हैं। आतिशी अब गलियों में घूम रही हैं। वो ऐसे घूम रही हैं जैसे जंगल में हिरणी भागती है। कोई माँ-बहन मिल जाए तो भाग कर ऐसे मिलती हैं जैसे कुंभ के मेले में बिछड़ गई बहन से मिलती है। चार साल से कहां थीं, तब आपको इनपर रहम नहीं आती है। आतिशी ने नाम बदल लिया, सिंह लिख लिया लेकिन नॉमिनेशन में आतिशी मार्लेना लिख लिया। ये दोहरा चरित्र है।' इससे पहले बिधूड़ी ने आतिशी पर विवादित बयान दिया था और कहा था, 'आतिशी ने बाप बदल लिया। पहले ये मार्लेना थीं अब सिंह हो गईं।' आप ने इस पर प्रतिक्रिया में बिधूड़ी को गालीबाज नेता क़रार दिया था और कहा था कि जनता इसका जवाब चुनाव में देगी।
रमेश बिधूड़ी करीब दो साल से विवादों में रहे हैं। पिछली लोकसभा में एक सत्र के दौरान उन्होंने पूर्व बसपा सांसद और अब कांग्रेस नेता दानिश अली के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया था। दानिश अली को संसद में धमकी देने और उनके समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा बोलने पर पूरे देश में कड़ी प्रतिक्रिया हुई थी।
संसद में दिया था विवादित बयान
रमेश बिधूड़ी ने 2023 में संसद के विशेष सत्र में एक आपत्तिजनक बयान दिया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए बिधूड़ी के भाषण के एक हिस्से में बिधूड़ी को बार-बार दानिश अली को अपशब्द और इस्लामोफोबिक शब्द कहते हुए सुना गया। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें चेतावनी दी। उनकी टिप्पणियाँ रिकॉर्ड से हटा दी गईं। विपक्ष के भारी विरोध के बीच भाजपा ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस भेजा और उनसे 15 दिनों के भीतर अपनी असंसदीय भाषा पर स्पष्टीकरण देने को कहा था। इसके बाद इस मामले में क्या हुआ, यह तो साफ़ नहीं है, लेकिन बाद में बिधूड़ी को बड़ी ज़िम्मेदारी दी गई जिसे विपक्षी दलों द्वारा उनको इनाम के रूप में बताया गया।