पुलवामा हमले के बाद तेज़ी से बदलते घटनाक्रमों के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर पहुँचे। राज्यपाल सत्यपाल मलिक, सुरक्षा बलों के आला अफ़सरों के साथ राजनाथ सिंह ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शहीदों के शव को कंधा दिया। बता दें कि शहीदों के शव को दिल्ली लाया जा रहा है।
इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने श्रीनगर में राज्यपाल सत्यपाल मलिक और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में हमले के बाद बनी सुरक्षा की स्थिति और राज्य में सुरक्षा बलों की तैनाती पर चर्चा की गई। इस बीच राजनाथ सिंह ने दिल्ली में शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। गृह मंत्री ने यह भी कहा है कि इस हमले से सुरक्षा बलों का मनोबल नहीं गिरेगा, वे कमज़ोर नही होंगे।
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5 परमाणु संपन्न देशों से बातचीत
भारत ने एक बड़ा कूटनीतिक कदम उठाते हुए पांच परमाणु संपन्न देशों के राजनयिकों से बात की है। अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन के राजनयिकों को विदेश मंत्रालय बुला कर बात की गई है। समझा जाता है कि भारत ने उन्हें पुलवामा हमले के बारे में विस्तार से बताया है। तेजी से बदलते घटनाक्रम में गृह मंत्री ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी गुटों को समर्थन दिया जा रहा है, पैसे दिए जा रहे हैं। इसे हर कीमत पर रोका जाना चाहिए।पाक में अपने उच्चायुक्त को भारत ने दिल्ली बुलाया
आतंकी हमले को देखते हुए पाकिस्तान में अपने उच्चायुक्त अजय बिसारिया को भारत ने बातचीत के लिए भारत बुलाया है। बिसारिया आज रात ही दिल्ली के लिए रवाना हो जाएँगे। शनिवार को यहाँ उनकी उच्चाधिकारियों के साथ बैठक होगी। इससे पहले दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सोहेल महमूद को भारतीय विदेश मंत्रालय ने तलब किया। विदेश मंत्रालय ने महमूद के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया।बता दें कि प्रधानमंत्री ने साफ़ शब्दों में कहा है कि आतंकी संगठन बहुत बड़ी ग़लती कर चुके हैं, उनको बहुत बड़ी क़ीमत चुकानी पड़ेगी। इधर, राहुल गाँधी ने कहा कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ कार्रवाई पर कांग्रेस सरकार के साथ है। ऐसे माना जा रहा है कि सर्वदलीय बैठक में कोई बड़ा फ़ैसला लिया जा सकता है।
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