मैंने 5 को मारा...वायरल वीडियो में बोलते दिखे बीजेपी नेता

09:46 pm Aug 20, 2022 | सत्य ब्यूरो

बीजेपी के विवादास्पद पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें वो खुले आम लिंचिंग की बात स्वीकर कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने पांच लोगों को मारा है। यह वही बीजेपी नेता है, जिसने विधायक रहते हुए बयान दिया था कि जेएनयू में कंडोम कूड़े के ढेर में मिलते हैं। बीजेपी ने आहूजा के लिचिंग वाले बयान से दूरी बना ली है।

राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा ने शनिवार को ट्विटर पर बीजेपी के पूर्व विधायक ज्ञान देव आहूजा का एक कथित वीडियो क्लिप साझा किया, जो कथित तौर पर अपने समर्थकों के बीच स्वीकार करते हुए दिखाई दे रहे हैं कि उन्होंने अब तक "पांच लोगों की हत्या की है।"

वो कैमरे के सामने "गोहत्या में शामिल किसी को भी मारने" के लिए भीड़ से आग्रह करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वो कहते हुए नजर आ रहे हैं कि "हमने अब तक पांच लोगों की हत्या की है, चाहे वह लालवंडी या बहरोड में हो।" दरअसल, बीजेपी नेता का यह बयान रकबर खान और पहलू खान की हत्या के संदर्भ में आया है। दोनों हत्याएं - एक 2017 में, दूसरी 2018 में - रामगढ़ में हुई, जहां से 2019 तक ज्ञान देव आहूजा विधायक थे। यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि वह किन अन्य तीन हत्याओं का जिक्र कर रहे थे।

वीडियो में वे कहते नजर आ रहे हैं, ''मैंने कार्यकर्ताओं को मारने की खुली छूट दी है। हम उन्हें बरी करा लेंगे और जमानत दिला देंगे।''

शनिवार को इसके वायरल होने के बाद, उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153A के तहत सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने का आरोप लगाया गया।

बीजेपी की अलवर इकाई ने कहा है कि ये उनके अपने विचार हैं। बीजेपी के अलवर दक्षिण प्रमुख संजय सिंह नरुका ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "पार्टी की यह सोच नहीं है।"

आहूजा, जो रामगढ़ के विधायक थे, ने अपने रुख का बचाव करते हुए कहा, "गो तस्करी और वध में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा"। उन्होंने अपने बयान में थोड़ा बदलाव किया: "मैंने कहा था कि गायों की तस्करी करने वाले पांच मेव मुसलमानों को हमारे कार्यकर्ताओं ने पीटा था।"

उन्होंने ट्रैक्टर चोरी के संदेह में गोविंदगढ़ कस्बे में पिछले रविवार को भीड़ द्वारा 45 वर्षीय चिरंजीलाल सैनी की हत्या के खिलाफ आंदोलन शुरू करने के लिए लोगों के एक समूह से आग्रह किया। उसी दौरान यह बयान भी दिया। भाजपा नेताओं और दक्षिणपंथी समूहों ने कहा है कि यह एक लिंचिंग थी, हालांकि पुलिस को कोई सांप्रदायिक कोण नहीं मिला है।

उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया कि वीडियो में वह आरएसएस के एक स्थानीय नेता के साथ बैठे थे, जिन्होंने चिरंजीलाल सैनी की "लिंचिंग" के विरोध में आंदोलन शुरू करने का सुझाव दिया था। उन्होंने समाचार एजेंसी को बताया, "मेव लोग गायों की तस्करी और वध करते हैं, और हिंदुओं में गायों के प्रति भावनाएं हैं, इसलिए वे तस्करों को निशाना बनाते हैं।" उन्होंने कहा कि अपने कार्यकर्ताओं की रक्षा करना उनका कर्तव्य है। 

राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा, जिन्होंने आज ट्विटर पर वीडियो साझा किया, ने कहा, "बीजेपी के धार्मिक आतंक और कट्टरता का और क्या सबूत चाहिए? बीजेपी का असली चेहरा सामने आ गया है।"

55 वर्षीय पहलू खान को अप्रैल 2017 में बहरोड में, जुलाई 2018 में लालवंडी गांव में 28 वर्षीय रकबर खान की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। दोनों हरियाणा से थे और मेव मुस्लिम समुदाय से थे जो ज्यादातर डेयरी व्यापार में लगे हुए थे।

2019 में, पहलू खान को गर्दन से घसीटते, जमीन पर फेंकते और बार-बार लात मारते हुए देखे गए पुरुषों को राजस्थान की एक अदालत ने "संदेह के लाभ" पर बरी कर दिया। यह मामला तब से हाईकोर्ट में है, क्योंकि उस वर्ष बाद में कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने अपील दायर की थी। रकबर खान की हत्या का मुकदमा स्थानीय अदालत में चल रहा है।