कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा कि भाजपा-आरएसएस के साथ यही मुश्किल है कि वो हमेशा पीछे देखते हैं। आप बीजेपी से कुछ भी पूछिए, वे पीछे मुड़कर देखेंगे और दोष मढ़ देंगे। उनसे पूछिए कि ट्रेन दुर्घटना कैसे हुई, वे बात करेंगे कि 50 साल पहले कांग्रेस ने क्या किया था। दरअसल, यह दो विचारधाराओं कांग्रेस बनाम आरएसएस की लड़ाई है।
न्यूयॉर्क के जेविट्स सेंटर में प्रवासी भारतीय समुदाय के बीच राहुल ने कहा, 'वो (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) भारतीय कार चलाने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी रियर-व्यू मिरर में देखते हैं। तब भी उन्हें समझ नहीं आता कि यह कार आगे क्यों नहीं बढ़ रही है, क्यों दुर्घटनाग्रस्त हो रही है। भाजपा आरएसएस का ऐसा ही हाल है। आप मंत्रियों को सुनते हैं, आप प्रधानमंत्री को सुनते हैं। आप उन्हें भविष्य के बारे में बात करते हुए कभी नहीं पाएंगे। वे केवल अतीत के बारे में बात करते हैं।”
पूर्व सांसद ने कहा कि भारत में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई चल रही है- एक का प्रतिनिधित्व कांग्रेस करती है और दूसरी भाजपा और आरएसएस। उन्होंने कहा, "इस लड़ाई का वर्णन करने का सबसे सरल तरीका यह है कि एक तरफ महात्मा गांधी हैं और दूसरी तरफ नाथूराम गोडसे।"
ओडिशा ट्रेन दुर्घटना पर राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान, अगर ट्रेन दुर्घटनाएं होती थीं, तो मंत्री अपने कार्यों के लिए जिम्मेदारी लेते थे। हमने अपनी गलतियों को स्वीकार किया है। मुझे एक ट्रेन दुर्घटना याद है जब कांग्रेस सत्ता में थी। उस समय कांग्रेस ने यह नहीं कहा कि यह अंग्रेजों की गलती है जो रेल लाइन उन्होंने बिछाई थी, उस पर ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कांग्रेस के मंत्री ने कहा था- 'यह मेरी जिम्मेदारी है और मैं इस्तीफा दे रहा हूं'। ...तो भाजपा-आरएसएश बहाने बनाते हैं। हम उस वास्तविकता को स्वीकार नहीं कर रहे हैं जिसका हम सामना कर रहे हैं।”
अपने 40 मिनट के लंबे भाषण के दौरान, गांधी ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय की अमेरिका में रहने के तरीके की भी प्रशंसा की। राहलु ने कहा- जितने भी दिग्गज भारत से निकले हैं, आप देख सकते हैं कि उन सभी में कुछ खास गुण थे। सबसे पहले, उन्होंने सत्य की खोज की, उसका प्रतिनिधित्व किया और उसके लिए संघर्ष किया। दूसरे, ये सभी लोग विनम्र थे और उनमें किसी प्रकार का अहंकार नहीं था। अमेरिका में भारतीयों ने इसी तरह काम किया है और इसीलिए यहां भारतीय सफल हैं। मैं इसके लिए आपका सम्मान करता हूं।
बता दें कि राहुल गांधी छह दिवसीय, यूएसए के तीन शहरों के दौरे पर हैं। उन्होंने भारतीय समुदायों, थिंक टैंक और प्रेस के साथ बातचीत करने के लिए कैलिफोर्निया, खाड़ी क्षेत्र, वाशिंगटन और न्यूयॉर्क का दौरा किया।
इससे पहले पिछले हफ्ते, गांधी ने यहां कहा था कि आरएसएस और भाजपा भारत में सभी संवैधानिक संस्थाओं को नियंत्रित कर रहे हैं। यह भी कहा था- 'मुझे लगता है कि अगर आप मोदी जी को भगवान के बगल में बिठा दें, तो मोदी जी भगवान को समझाना शुरू कर देंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है। और फिर भगवान भ्रमित हो जाएंगे कि मैंने क्या बनाया है।
मणिशंकर अय्यर क्या बोले
राहुल गांधी के न्यूयॉर्क कार्यक्रम में मणिशंकर अय्यर ने भी भारतीय समुदाय को संबोधित किया। अय्यर ने कहा कि "ये आखिरी कार्यक्रम होगा जब राहुल विपक्ष के नेता के तौर पर आएं हैं यहाँ। 12 महीने बाद वो पीएम के तौर पर संबोधन करेंगे। अय्यर ने ये भी कहा कि पटना से विपक्ष को एक करने की कार्यवाही शुरू हो जाएगी सब लोग साथ नहीं भी आ पाएं लेकिन एक खाका जरूर तैयार हो जाएगा और 3-4 महीने में ही तय हो जाएगा कि 2024 कौन जीत रहा है।