भारत जोड़ो यात्रा आज पहुँचेगी राजस्थान; गहलोत, पायलट क्या करेंगे?
भारत जोड़ो यात्रा आज राजस्थान में प्रवेश कर जाएगी। यही वह राज्य है जहाँ के नेता अशोक गहलोत और सचिन पायलट में तीखी प्रतिद्वंद्विता रही है। कुछ दिन पहले ही फिर से दोनों नेताओं के बीच तीखी नोक झोंक हुई थी तो यात्रा की सफलता को लेकर सवाल उठे थे। लेकिन ये दोनों नेता ही इस यात्रा को राजस्थान में ऐतिहासिक बनाने के दावे कर रहे हैं। अशोक गहलोत ने जहाँ झालावाड़ में पहुँचकर स्वागत की तैयारियों का जायजा लिया वहीं सचिन पायलट ने एक वीडियो ट्वीट कर पूरे राजस्थान के लोगों से यात्रा में शामिल होने का आह्वान किया है।
सचिन पायलट ने ट्वीट में लिखा है, 'पूरा राजस्थान राहुल जी की भारत जोड़ो यात्रा से जुड़ रहा है, क्या आप आ रहे हैं?'
पूरा राजस्थान राहुल जी की #BharatJodoYatra से जुड़ रहा है, क्या आप आ रहे हैं ? pic.twitter.com/4AG9PYIbqA
— Sachin Pilot (@SachinPilot) December 3, 2022
7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई कांग्रेस की इस भारत जोड़ो यात्रा का समापन जम्मू कश्मीर में होगा। राजस्थान में यह यात्रा झालरापाटन, रामगंजमंडी, सांगोद, लाडपुरा, कोटा दक्षिण, कोटा उत्तर, केशोरायपाटन जैसे विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी।
दो दिन पहले अशोक गहलोत ने ट्वीट किया था, 'झालावाड़ के काली तलाई पहुंचकर भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों का निरीक्षण किया। श्री राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में काली तलाई से शुरू होगी। यहां के स्थानीय नागरिकों में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर जबरदस्त उत्साह है। यहां मौजूद छात्राओं एवं स्थानीय लोगों से वार्ता की।'
झालावाड़ के काली तलाई पहुंचकर #BharatJodoYatra की तैयारियों का निरीक्षण किया। श्री राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में काली तलाई से शुरू होगी। यहां के स्थानीय नागरिकों में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर जबरदस्त उत्साह है। यहां मौजूद छात्राओं एवं स्थानीय लोगों से वार्ता की। pic.twitter.com/6ZCzECWRnr
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 2, 2022
गुर्जर समुदाय के एक नेता ने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने पर कांग्रेस की पदयात्रा में व्यवधान डालने की चेतावनी दी थी। हालाँकि, मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से ख़बर आई थी कि पायलट खेमे ने इस तरह की टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया था।
उससे पहले गहलोत ने सचिन पायलट को 'गद्दार' करार दिया था और इससे दोनों नेताओं में दरार और बढ़ गई थी।
हालाँकि, सचिन पायलट ने बेहद सधे हुए शब्दों में प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने गहलोत के तीखे हमले को झूठे और निराधार आरोप बताते हुए खारिज तो किया, लेकिन उन्होंने गहलोत पर किसी तरह का हमला नहीं किया था। उन्होंने कहा था कि यह समय एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने पूरी तरह से इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस को आगे ले जाने के लिए काम पर ध्यान देने और एकजुट रहने की ज़रूरत है।
पायलट ने एएनआई से कहा था कि गहलोत का वह बयान पूरी तरह से गैर ज़रूरी था। पायलट ने गहलोत को अनुभवी नेता बताते हुए संकेत दिया था कि गहलोत गुजरात पर ध्यान केंद्रित करने के लिए बेहतर काम करेंगे। उन्होंने कहा था कि गहलोत राज्य के पार्टी प्रभारी हैं। उन्होंने आगे कहा था कि समय की मांग है कि कांग्रेस पार्टी को मजबूत किया जाए। पायलट ने तब कहा था, 'हमें यह देखना होगा कि हम राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को कैसे सफल बना सकते हैं क्योंकि देश को इसकी जरूरत है।'