यूरोप यात्रा पर गए राहुल गांधी ने पहले बीजेपी पर लोकतांत्रिक संस्थानों पर हमले का आरोप लगाया था, अब बीजेपी के हिंदुत्व और 'हिंदू राष्ट्रवाद' पर हमला किया है। बीजेपी के इन दोनों वैचारिक आधार पर हमला करने वाले कांग्रेस नेता ने कहा है कि बीजेपी और आरएसएस का हिंदू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है और भाजपा जो करती है उसमें कुछ भी हिंदू नहीं है।
राहुल ने कहा, 'मैंने गीता, कई उपनिषद और कई हिंदू किताबें पढ़ी हैं... जो वह (भाजपा) करती है उसका हिंदू से कुछ भी लेना-देना नहीं है। मैंने कहीं भी किसी हिंदू पुस्तक में नहीं पढ़ा या किसी विद्वान हिंदू व्यक्ति से नहीं सुना कि आपको अपने से कमजोर लोगों को आतंकित करना चाहिए या उन्हें नुकसान पहुंचाना चाहिए। उनका हिंदू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। वे किसी भी कीमत पर सत्ता हासिल करना चाहते हैं। वे कुछ लोगों का प्रभुत्व चाहते हैं।'
राहुल की यह टिप्पणी तब आई जब "हिंदुत्ववादी ताकतों द्वारा युवाओं के भयावह कट्टरपंथीकरण" के बारे में एक सवाल किया गया था।
राहुल गांधी फ्रांस की राजधानी पेरिस के विज्ञान पीओ विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने देश के भीतर विपक्षी नेताओं की आवाज़ को दबाने के लिए सरकार पर हमला बोला। उन्होंने बीजेपी पर किसी भी कीमत पर सत्ता हासिल करने का आरोप लगाया।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ भी करूँगा कि मेरे देश की जाति संरचना और सामाजिक संरचना को खतरा न हो।
यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने इस विषय पर बीजेपी पर हमला बोला है। 2021 में उन्होंने उन्हें नकली हिंदू कहा था जो अपने फायदे के लिए धर्म का इस्तेमाल करते हैं।
बता दें कि राहुल गांधी ने दो साल पहले एक कार्यक्रम में कहा था, 'आखिर हिदू धर्म और हिंदुत्व में क्या अंतर है, क्या वे एक ही बातें हैं। अगर वे एक ही बात हैं, तो हम उनके लिए एक जैसा नाम क्यों नहीं इस्तेमाल करते? ये जाहिर तौर पर दो अलग-अलग चीजें हैं। क्या हिंदू धर्म किसी सिख या मुस्लिम को मारना है, लेकिन हिंदुत्व का यही काम है।'
इसके साथ ही कांग्रेस नेता बीजेपी के राष्ट्रवाद पर भी हमले कर रहे हैं। हाल ही में राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बीजेपी और संघ की देशभक्ति पर सवाल उठा दिया था।
उन्होंने मणिपुर में लगी आग के मद्देनज़र प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी और बीजेपी की डबल इंजन सरकार की नाकामी को भारत के प्रति द्रोह से जोड़कर बीजेपी की देशभक्ति को सवालों के घेरे में ला दिया। मोदी सरकार पर ‘भारत माता की हत्या’ करने का आरोप लगाकर उन्होंने बीजेपी के ‘राष्ट्रवाद’ पर सवाल खड़े कर दिए।
राहुल गांधी ने शुक्रवार को ही कहा कि उन्होंने यूरोपीय संसद के सदस्यों के साथ देश में लोकतांत्रिक संस्थानों पर हमले सहित भारत के सामने आने वाली विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा की। कांग्रेस नेता ने कहा कि वे बेहद चिंतित थे क्योंकि उन्हें लगा कि यह भारत की लोकतांत्रिक ढाँचा को दबाने का प्रयास था।
राजनीतिक पर्यवेक्षक मानते हैं कि राहुल गांधी के इन मुद्दों को लगातार उठा रहे हैं और 2024 के चुनाव में कांग्रेस बीजेपी के कोर मुद्दे हिंदुत्व और राष्ट्रवाद पर हमले तेज कर सकती है। यही दो बड़े मुद्दे हैं जिसका बीजेपी चुनाव में इस्तेमाल करती है। तो क्या राहुल गांधी के इन हमलों से बीजेपी की सेहत पर असर पड़ेगा?