सिद्धू मूसेवाला मर्डर: अजरबैजान से पकड़ा गया सचिन बिश्नोई 

06:45 pm Aug 30, 2022 | सत्य ब्यूरो

मशहूर गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भांजे सचिन बिश्नोई को अजरबैजान से पकड़ा गया है। लॉरेंस बिश्नोई ने दिल्ली पुलिस की पूछताछ में स्वीकार किया था कि उसके ही गैंग ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की थी। मूसेवाला की हत्या की चार्जशीट में लॉरेंस बिश्नोई और विष्णु भगवानपुरिया को मास्टरमाइंड बनाया गया था। 

गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को पंजाब के मानसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पंजाब सरकार ने जैसे ही मूसेवाला समेत कई नेताओं का सुरक्षा कवर वापस लिया था, उसके एक दिन बाद सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनके साथ जीप में यात्रा कर रहे उनके चचेरे भाई और एक दोस्त भी हमले में घायल हो गए थे।

पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने कहा है कि सचिन बिश्नोई गोल्डी बराड़ और कुछ अन्य लोगों के संपर्क में था। उन्होंने कहा कि सचिन बिश्नोई पहले दुबई गया था और उसके बाद अजरबैजान चला गया था। लेकिन पंजाब पुलिस ने केंद्र सरकार के सहयोग से उसका पता लगाया और जल्द ही उसे भारत लाया जाएगा।

डीजीपी ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मामले में परिजनों को इंसाफ जरूर मिलेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि गैंगस्टर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। 

गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला की हत्या के बाद फेसबुक पोस्ट लिखकर सचिन बिश्नोई, लॉरेंस बिश्नोई के साथ मिलकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। 

कौन है लॉरेंस बिश्नोई?

लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ दिल्ली, राजस्थान और पंजाब में कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस उससे लगातार कई मामलों में पूछताछ भी कर रही है।

फाजिल्का का रहने वाला है बिश्नोई 

बिश्नोई पंजाब के फाजिल्का का रहने वाला है और उसके पिता हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल थे। बिश्नोई ने पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की है और पढ़ाई के दौरान ही वह गैरकानूनी कामों में शामिल हो गया। उसके खिलाफ शुरुआत में चंडीगढ़ और कुछ अन्य शहरों में मुकदमे भी दर्ज हुए थे। 

लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में बड़ी संख्या में प्रोफेशनल शूटर हैं और पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में इनका नेटवर्क फैला हुआ है। लॉरेंस बिश्नोई का काला जठेड़ी के गैंग के साथ गठजोड़ है।

लॉरेंस बिश्नोई की पंजाब विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान 2009 में गोल्डी बराड़ से मुलाकात हुई थी। बिश्नोई गैंग शराब माफियाओं, पंजाबी गायकों और तमाम दूसरे लोगों से रंगदारी वसूली का काम करता है। कहा जाता है कि लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में 700 से ज्यादा शार्प शूटर शामिल हैं।

चार शार्प शूटर्स दबोचे थे 

जुलाई में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल चार शार्प शूटर्स को गिरफ्तार किया था। इनके नाम प्रियव्रत फौजी, कशिश, दीपक मुंडी और अंकित सिरसा थे। 

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने बताया था कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के दिन 4 बदमाश बोलेरो गाड़ी में थे जबकि दो बदमाश कोरोला में थे।

उन्होंने बताया था कि संदीप केकड़ा नाम के शख्स ने हत्यारों को बताया कि सिद्धू मूसेवाला बिना सुरक्षा के घर से निकले हैं। हत्यारे कई दिन से सिद्धू मूसेवाला की रेकी कर रहे थे।