पंजाब: सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता धरने पर क्यों?

04:44 pm Mar 07, 2023 | सत्य ब्यूरो

गायक सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता, बेटे को न्याय दिलाने की के लिए मंगलवार को चंडीगढ़ में पंजाब विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गये। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या हुए दस महीने से ज्यादा का वक्त हो गया लेकिन अभी तक कुछ भी ऐसा नहीं हुआ जिससे लगे की उसे न्याय मिलेगा।

सिद्धू के पिता बलकौर सिंह पत्रकारों से बात करते हुए ने कहा कि उनके बेटे की हत्या के मास्टरमाइंड अब भी फरार हैं। जांच एजेंसियों द्वारा कुछ भी ठोस नहीं किया गया है। उन्होंने घटना की सीबीआई जांच की कराने की मांग भी की। बलकौर सिंह और उनकी पत्नी चरण कौर तख्तियां लेकर विधान सभा के बाहर पार्किंग में धरने पर बैठ गए।  

उनके इस विरोध प्रदर्शन को पंजाब कांग्रेस का साथ भी मिला। कांग्रेस और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, राज्य इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग, पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा और विधायक सुखपाल खैरा भी बलकौर सिंह के साथ धरने पर बैठे।  

बलकौर सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा “मैं आज यहां आया हूं क्योंकि हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है। 10 माह में कोई ठोस काम नहीं हुआ है। पुलिस और प्रशासन को कार्रवाई के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। लेकिन हकीकत यह है कि (हत्या) मामले को दबाया जा रहा है। महत्वपूर्ण गवाहों का खत्म किया जा रहा है, और हमारे पक्ष में कुछ भी नहीं है। हमें विधानसभा के बाहर बैठने के लिए मजबूर किया गया है”। उन्होंने कहा, "जब तक राज्य विधानसभा का सत्र चल रहा है, हम विरोध में यहीं बाहर बैठे रहेंगे।"

महत्वपूर्ण गवाहों का खत्म किया जा रहा है, और हमारे पक्ष में कुछ भी नहीं है। हमें विधानसभा के बाहर बैठने के लिए मजबूर किया गया है”। उन्होंने कहा, "जब तक राज्य विधानसभा का सत्र चल रहा है, हम विरोध में यहीं बाहर बैठे रहेंगे।"

सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर शुभदीप सिंह की पिछले साल 29 मई, 2022 को पंजाब के मनसा में गोली मारकर हत्या कर दी थी। सिद्धू मूसेवाला ने कांग्रेस के टिकट पर मनसा से पिछला विधानसभा चुनाव लड़ा भी था, लेकिन हार गया था।

जांच पर हुई प्रगति के बारे में पूछे जाने पर मूसेवाला के पिता ने कहा, "न केवल इसे प्रभावित किया जा रहा है, मामले को ही बंद करने के प्रयास जारी हैं। जांच की वर्तमान स्थिति क्या है? एक सेलिब्रिटी की हत्या कर दी गई, इससे दुनिया भर में गुस्सा है, लेकिन भारत सरकार सुन ही नहीं रही है। अब तक केवलों शूटरों (मामले में शामिल) को ही गिरफ्तार किया गया है, लेकिन मास्टरमाइंड के बारे में क्या?”

यह पूछे जाने पर कि क्या वह सीबीआई जांच की मांग करेंगे, बलकौर सिंह ने जवाब दिया, "निश्चित रूप से, यह किया जाना चाहिए। जब अब तक कुछ नहीं हुआ है, और अभी तक हत्या में शामिल शूटर ही पकड़े गए हैं, तो मामले की सीबीआई जांच होनी ही चाहिए। इस मामले में अभी तक केवल पूरक चालान ही पेश किया गया है।  

आक्रोशित बलकौर सिंह ने कहा कि जब किसी राजनीतिक व्यक्ति की हत्या की जाती है, तो उनपर त्वरित कार्रवाई की जाती है और आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाया जाता है। उन्होंने कहा कि मैंने अपने बेटे की हत्या में शामिल लोगों की एक सूची अधिकारियों को दी हुई है, उसके बाद भी कुछ नहीं हुआ। मैं अपने बेटे को न्याय दिलाने के लिए लिए सड़क पर मरना पसंद करूंगा।

बलकौर सिंह कहा कि गोल्डी बराड़ के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है? सिवाय इसके कि रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था, उसके बाद क्या हुआ? गोल्डी बराड़ पर किसी तरह का दबाव है क्या, वह तो विदेश में आराम से अपनी जिंदगी जी रहा है।'

उन्होंने सिद्धू की हत्या के मास्टरमाइंड के बारे में कोई भी जानकारी देने वालों को इनाम देने की भी पेशकश की। पुरस्कार राशि की व्यवस्था मैं खुद से करूँगा।

पंजाब के कृषि मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने मूसेवाला के माता-पिता से विधानसभा परिसर के बाहर मुलाकात की और कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार उनके साथ है। “यह आपकी अपनी सरकार है, आपको धरने पर बैठने की जरूरत नहीं है। हम आपकी लड़ाई लड़ेंगे," उन्होंने मूसेवाला के पिता से कहा कि हत्या के मास्टरमाइंड सहित सभी दोषियों को पकड़ा जाएगा।

उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें से दो आरोपी मुठभेड़ में मारे गए, जबकि पांच को देश के बाहर से लाया जाना है, जिसके लिए राज्य सरकार केंद्र और अन्य संबंधित एजेंसियों के संपर्क में है। .

  बलकौर सिंह ने अपनी पत्नी की ओर इशारा करते हुए कहा, “हम दोनों दिल के मरीज हैं। अगर हमें जीवित रहते न्याय नहीं मिला, तो इसका क्या मूल्य है? सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि मामले को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है। उन्होंने कहा कि उनका परिवार मामले की जांच में प्रशासन का सहयोग कर रहा है, लेकिन उन्हें अभी तक न्याय नहीं मिला है।