पंजाब के संगरूर में सैकड़ों की तादाद में किसान संगठनों और ट्रेड यूनियनों ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान जब प्रदर्शनकारियों ने आगे बढ़ना चाहा तो पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया। इसमें कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। यूनियन के लोग संगरूर के ड्रीमलैंड इलाके में मुख्यमंत्री के किराये के घर पर जाकर ज्ञापन देना चाहते थे लेकिन पुलिस उनको रोकने पर अड़ी हुई थी। पंजाब में यह प्रदर्शन ऐसे समय हो रहे हैं, जब राज्य के सीएम गुजरात चुनाव में अति व्यस्त हैं।
हालांकि इस प्रदर्शन का आह्वान जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी (जेडपीएससी) के तहत कृषि मजदूरों ने किया था। लेकिन इसे ट्रेड यूनियनों ने भी समर्थन दे दिया था। इस प्रदर्शन की घोषणा पहले से ही हो चुकी थी, इसलिए मुख्यमंत्री आवास से कुछ दूरी पर ही प्रदर्शनकारियों को रोकने की योजना अधिकारियों ने बना रखी थी। हालात इसी वजह से बेकाबू भी हुए।
संगरूर में सीएम हाउस से 1 किलोमीटर पहले हजारों किसान- मजदूर बुधवार सुबह से ही धरने पर बैठे थे। प्रदर्शनकारियों ने संगरूर पटियाला रोड भी जाम कर दिया था। दोपहर बाद सीएम आवास पर जाकर ज्ञापन देने की घोषणा की गई थी।
प्रदर्शनकारी मजदूर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 (मनरेगा) के तहत न्यूनतम दैनिक मजदूरी को ₹700 तक बढ़ाने, दलितों के लिए पांच-मरला भूखंड योजनाओं को लागू करने और दलित समुदाय को पट्टे पर आम पंचायत भूमि के तीसरे हिस्से के आवंटन की मांग कर रहे हैं।
संगरूर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनप्रीत सिंह खुद लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के साथ थे। वीडियो में पुलिस को प्रदर्शनकारियों को मारते हुए देखा जा सकता है। एसपी पुलिसकर्मियों को निर्देश देते दिखाई दे रहे हैं।
जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष मुकेश मलौद ने कहा, मुख्यमंत्री ने पहले हमें मीटिंग के लिए बुलाया था लेकिन बाद में उन्होंने मिलने से मना कर दिया। अब, हम अपनी मांगों को उठाने के लिए विरोध करने को मजबूर हैं।