पंजाब के फरीदकोट जिले में एक सेशन जज के घर की दीवारों पर खालिस्तान के समर्थन में खालिस्तान जिंदाबाद का नारा लिखा गया है। फरीदकोट की एसएसपी अवनीत कौर सिद्धू ने कहा है कि इस मामले में पुलिस बेहद गंभीरता के साथ जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है और जरूरी कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि पिछले महीने हिमाचल प्रदेश के विधानसभा भवन की दीवारों पर भी खालिस्तान लिखा गया था और खालिस्तान लिखे कुछ बैनर भी मिले थे।
फरीदकोट की एसएसपी ने कहा है कि इस संबंध में प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस यानी एसएफजे के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू का एक वीडियो भी सामने आया है।
पंजाबी गायकों को धमकाया
एसएफजे ने कुछ दिन पहले ही एक वीडियो जारी कर पंजाबी गायकों को धमकाया था। मूसेवाला की हत्या के बाद गुतपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि कोई नहीं जानता कि अगली गोली पर किसका नाम लिखा होगा। पन्नू ने कहा था कि पंजाब में खालिस्तान रेफरेंडम के लिए 6 जून से वोटिंग शुरू होगी और पंजाबी गायकों को इसमें भाग लेना चाहिए। पन्नू ने इस वीडियो के शीर्षक में ‘खालिस्तान का समर्थन न करने पर मौत सामने है’ लिखा था।
बता दें कि पंजाब का माहौल इन दिनों बेहद संवेदनशील है। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का हाथ होने की जानकारी सामने आने के बाद पंजाब पुलिस को जेल में गैंगवार होने का डर है।
पंजाब पुलिस सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल हमलावरों की गिरफ्तारी के काम में जुटी हुई है।
खालिस्तान जिंदाबाद के नारे
6 जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार की भर्ती पर स्वर्ण मंदिर में एक बार फिर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे थे। नारेबाजी करने वालों ने हाथों में अलगाववादी खालिस्तानी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर लिए थे और भिंडरावाले के समर्थन में नारे भी लगाए थे। इसके बाद उन्होंने खालिस्तान के समर्थन में एक मार्च भी निकाला था।
आईएसआई के नापाक इरादे
पंजाब एक सरहदी सूबा है और इसकी 550 किलोमीटर लंबी सीमा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से लगती है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई लगातार भारतीय सिख नौजवानों को खालिस्तान के नाम पर भड़काने के काम में जुटी रहती है। इसके अलावा विदेशों में बैठे खालिस्तानी आतंकी भी पंजाब के नौजवानों को भारत के खिलाफ बरगलाने और भड़काने वाले वीडियो जारी करते रहते हैं।
निश्चित रूप से जिला जज के आवास की दीवारों पर खालिस्तान लिखा जाना बेहद गंभीर मामला है और पुलिस को इसकी बेहद गंभीरता के साथ जांच करनी चाहिए। क्योंकि पंजाब में पिछले 3 महीने के अंदर बड़ी संख्या में ऐसे वाकये हुए हैं जो आतंकवाद का दंश झेल चुके इस सरहदी सूबे के लिए कतई ठीक नहीं हैं।
जूझ रही मान सरकार
सत्ता संभालने के ढाई महीने के छोटे से कार्यकाल में ही आम आदमी पार्टी की सरकार को कई मोर्चों पर जूझना पड़ा है। नशे के कारण हो रही रही मौतों, पाकिस्तान से आ रही नशे और हथियार-बारूद की खेप, हिंदू-सिख संगठनों के बीच झड़प, पंजाब में खुफिया विभाग के दफ्तर पर हमला और सिद्धू मूसेवाला की हत्या के कारण पंजाब में माहौल बेहद संवेदनशील है।
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर खालिस्तान समर्थकों की नारेबाजी के कारण भी भगवंत मान सरकार आलोचकों के निशाने पर है।