कांग्रेस ने भेजा अमरिंदर सिंह की पत्नी को कारण बताओ नोटिस

10:42 am Nov 25, 2021 | सत्य ब्यूरो

कांग्रेस से अलग होकर चुनाव में उतरने का एलान कर चुके पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर पर पार्टी की नज़रें टेढ़ी हो गई हैं। पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी ने परनीत कौर को नोटिस भेजा है। 

चौधरी ने नोटिस में लिखा है कि उन्हें परनीत कौर के लगातार पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की जानकारी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और मीडिया से मिल रही है। चौधरी ने कहा है कि इस तरह की भी ख़बरें मिल रही हैं कि परनीत कौर अमरिंदर सिंह की तरफ़दारी कर रही हैं। 

परनीत कौर ने कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में कहा था कि वे अपने परिवार के साथ खड़ी हैं। पार्टी के प्रभारी ने जवाब देने के लिए उन्हें सात दिन का वक़्त दिया है। पार्टी ने कहा है कि अगर वह जवाब नहीं देती हैं तो उनके ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। 

अमरिंदर सिंह ने कुछ दिन पहले ही पंजाब लोक कांग्रेस बनाने का एलान किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि कृषि क़ानून रद्द हो जाने पर वे बीजेपी के साथ गठबंधन करेंगे। उन्होंने पटियाला सीट से चुनाव मैदान में उतरने का एलान किया था। 

परनीत कौर भी पंजाब की सियासत के बड़े नामों में से एक हैं। वे पटियाला से सांसद हैं और यूपीए सरकार में विदेश राज्य मंत्री जैसे बड़े ओहदे पर रह चुकी हैं।

सिद्धू भी हैं मुसीबत

कांग्रेस हाईकमान की चिंता इस बात को लेकर है कि क्या कांग्रेस के कुछ विधायक, मंत्री अमरिंदर सिंह के साथ जा सकते हैं। कांग्रेस ऐसे नेताओं पर पूरी नज़र रख रही है। अमरिंदर सिंह के अलावा प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी कांग्रेस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। पहले अमरिंदर सिंह से भिड़ने वाले सिद्धू अब चन्नी को घेरने में जुटे हैं।

कड़े मुक़ाबले के आसार 

फरवरी-मार्च में होने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ ही पंजाब में भी चुनाव होने हैं। ABP-C Voter का ताज़ा सर्वे कहता है कि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी सबसे बड़े दल के रूप में सामने आ सकती है। 

सर्वे कहता है कि 117 सीटों वाली पंजाब की विधानसभा में आम आदमी पार्टी को 47-53, कांग्रेस को 42-50 और शिरोमणि अकाली दल को 16-24 सीटें मिल सकती हैं। बीजेपी और अन्य को 1-1 सीट मिलने की बात कही गई है। पंजाब में सरकार बनाने के लिए ज़रूरी विधायकों का आंकड़ा 59 है। ऐसे में सर्वे के मुताबिक़, किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने जा रहा है।