कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने पीएम मोदी के मंगलसूत्र पर दिए गए पिछले बयान पर पलटवार किया है। प्रियंका गांधी ने मंगलवार को बेंगलुरु में एक चुनावी जनसभा में कहा है कि मेरी मां का मंगलसूत्र इस देश पर कुर्बान हुआ है।
और पीएम मोदी कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी आपका मंगलसूत्र और सोना छीन लेगी। देश में 55 साल तक कांग्रेस की सरकार रही है। किसी ने आपसे आपका सोना और मंगलसूत्र छीना? इंदिरा गांधी जी ने जंग में अपना सोना देश को दिया था।
प्रियंका गांधी ने कहा कि, मोदी जी मंगलसूत्र का महत्व समझते तो ऐसी अनैतिक बातें नहीं करते। किसान पर कर्ज चढ़ता है तो उसकी पत्नी अपने गहने गिरवी रखती है। घर के बच्चों की शादी होती है तो महिलाएं अपना सोना गिरवी रखती हैं।
उन्होंने पूछा कि, नोटबंदी में जब महिलाओं की बचत ले ली गई, तब मोदी जी कहां थे? लॉकडाउन में जब मजदूर पैदल चले, महिलाओं ने अपने गहने गिरवी रखे.. तब मोदी जी कहां थे? किसान आंदोलन में सैकड़ों किसान शहीद हो गए, उनकी विधवाओं के मंगलसूत्र के बारे में मोदी जी ने नहीं सोचा।
मणिपुर में एक जवान की पत्नी का वस्त्रहरण करके घुमाया गया, तब उसके मंगलसूत्र के बारे में नहीं सोचा। आज वोट पाने के लिए महिलाओं को डरा रहे हैं, मोदी जी, आपको शर्म आनी चाहिए।
प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को चुनौती देती हूं..इस चुनाव को महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं पर लड़कर दिखाएं। वे लोगों को जीवन में कौन सा विकास लाए हैं, पूरे देश को ये बताएं।
उन्होंने पूछा कि, पीएम मोदी के 10 साल के कार्यकाल में आपको क्या मिला? आपको 'सुपर मैन' की फोटो दिखाकर, 'महंगाई मैन' दे दिया गया। चुनाव से पहले दो मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार कर लिया गया, देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के बैंक खाते बंद कर दिए गए।
प्रियंका गांधी ने कहा कि, नरेंद्र मोदी कहते रहते हैं कि पूरी दुनिया भ्रष्ट है, सिर्फ वही ईमानदार हैं। आज पूरा देश आर्थिक असमानता, भीषण महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहा है। नरेंद्र मोदी और भाजपा इन मुद्दों से जनता का ध्यान भटका रही है। लेकिन भारत इस बार भटकेगा नहीं.. अब इस अन्याय के विरुद्ध पूरा देश हुंकार भर रहा है।
प्रियंका ने कहा कि जब भी चुनाव आता है तो पीएम मोदी भड़काऊ बयान देते हैं। वह धर्म, जाति पर बयान देकर लोगों का ध्यान भटकाते हैं। वह इधर-उधर की बातें तो करते हैं लेकिन लोगों की समस्याओं के बारे में कभी नहीं बोलते।क्या आपके बच्चों को नौकरी मिल गई, क्या अस्पताल बन गए, क्या एम्स या आईआईटी बन गया?
अगर उन्होंने काम किया है तो 10 साल बाद जब वे आपके सामने खड़े हैं तो वे अपने काम के आधार पर वोट क्यों नहीं मांग रहे हैं,? वे धर्म और जाति के आधार पर वोट क्यों मांग रहे हैं? और वे वोट के लिए आपकी भावनाओं से क्यों खेल रहे हैं?
प्रियंका गांधी ने कहा कि एक समय था जब लोग नेता से एक नैतिक व्यक्ति होने की उम्मीद करते थे। आज देश के सबसे बड़े नेता ने नैतिकता छोड़ दी है।