पीएम ने मणिपुर हिंसा का राजनीतिकरण कर दिया: प्रियंका
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया के गृहनगर ग्वालियर में जमकर दहाड़ीं। इस साल के आखिर में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर पहुंची प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार के साथ-साथ भाजपा एवं केन्द्रीय मंत्री सिंधिया पर जमकर निशाने साधे। सिलसिलेवार भ्रष्टाचार के मामले गिनाये। उन्होंने मणिपुर हिंसा का राजनीतिकरण करने का बड़ा आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाया।
महीने भर में दूसरी बार चुनावी यात्रा पर मध्य प्रदेश आयीं प्रियंका गांधी ग्वालियर में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल पर भी गईं। वहाँ माथा टेका। ग्वालियर के मेला ग्राउंड पर जनाक्रोश रैली और सभा में प्रियंका गांधी ने बृज भाषा में संबोधन शुरू कर कहा, ‘सब भैया-बहनन, आपको हमारी राम-राम।’
आप BJP नेताओं से पूछिए:
— Congress (@INCIndia) July 21, 2023
- प्रदेश में इतने घोटाले क्यों हो रहे हैं?
- इनकी 22000 घोषणाओं में से कितनी घोषणाएं पूरी हुईं?
- BJP सरकार में घोटालों की लिस्ट हर दिन कैसे बढ़ रही है?
: ग्वालियर में कांग्रेस महासचिव @priyankagandhi जी pic.twitter.com/ee3b1uRfky
उन्होंने कहा, ‘मणिपुर में भयावह अत्याचार हो रहा है। हमारे प्रधानमंत्री ने 77 दिन कोई बयान ही नहीं दिया। गत दिवस एक भयावह वीडियो के बाद मजबूरी में एक वाक्य भर बोला, उसमें भी राजनीति घोल दी। उसमें उन प्रदेशों का नाम लिया, जिनमें विपक्ष की सरकार है।’ प्रियंका गांधी ने कहा, ‘हमारे देश की परंपरा रही है कि हम नेताओं में सरलता, सभ्यता और सच्चाई ढूंढते हैं। हम चाहते हैं, हमारे नेता में आदर्श गुण हों। लेकिन आरोप-प्रत्यारोप, एक-दूसरे की बुराई के बीच जनता के असली मुद्दे डूब जाते हैं। आजकल अहंकार की राजनीति चलती है।’
प्रियंका ने कहा, ‘आजकल भौकाल की राजनीति है।’ उन्होंने कहा, ‘बिहार में विपक्षी दलों की बैठक के बाद पीएम ने अपने एक बयान में विपक्ष पार्टियों को चोर निरूपित कर दिया। सम-सामयिक मुद्दे उठाने वाली पार्टियों और उनके नेताओं का प्रधानमंत्री जी ने जमकर अपमान किया।’ प्रियंका ने कहा, ‘मैं पीएम, शिवराज और सिंधिया के बारे में 10-10 मिनट बोली सकती हूं। सिंधिया के बारे में भी 10 मिनट बोल सकती हूं कि किस तरह राजनीति की दिशा को उन्होंने बदला। लेकिन मैं, ध्यान भटकाने नहीं आई हूँ। महंगाई है। मैं टमाटर की बात नहीं कर रही हूं। वो तो 100 रुपए किलो है ही। आपको घर की मरम्मत कराना, बच्चों की फीस देना, छाता खरीदना महंगा हो गया है। आपके जीवन पर बोझ बन गई है ये महंगाई।’
उन्होंने महंगाई मुद्दे को लेकर आगे कहा, ‘सिर्फ टमाटर का मामला नहीं। सबसे बड़ा बोझ महिलाओं पर है। आज रसोई के लिए सिलेंडर तो मिला लेकिन गैस नहीं भरी जा रही है। कोई बीमार हो जाए तो घबराहट होती है, दवाएं कहां से खरीदकर लाऊं, क्योंकि महंगाई इतनी है।’
प्रियंका ने एमपी के लिए गारंटियां दोहराईं
प्रियंका गांधी जून में जब जबलपुर आयी थीं तो उन्होंने राज्य की जनता को पांच गारंटियां दी थीं। कहा था कि कांग्रेस की सरकार बनेगी तो पांच वादे सबसे पहले पूरे होंगे। पिछले पांच वादों और गारंटियों में उन्होंने दिव्यांगों से जुड़ी एक नई गारंटी को जोड़ा।
प्रियंका की एमपी वासियों के लिए पांच से छह हो गई गारंटियां इस प्रकार हैं:-
- पुरानी पेंशन लागू करेंगे
- महिलाओं के खाते में हर महीने 1500 रुपए
- गैस सिलेंडर 500 रुपए में मिलेगा
- 100 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी। 200 यूनिट पर बिल आधा किया जाएगा
- किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा
- दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाई जाएगी
सिंधिया पर तंज, ‘बिकाऊ नहीं टिकाऊ सरकार बनायें’
प्रियंका ने कहा, ‘जहां-जहां हमारी सरकारें हैं, वहां जो गारंटी दी वो निभाई जा रही हैं। राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में पुरानी पेंशन स्कीम लागू है। लेकिन गैर कांग्रेस शासित राज्यों में जब आप नौकरी के लिए जाते हैं तो सरकारें कहती है, पेंशन नहीं मिलेगी।’ उन्होंने कहा ‘छत्तीसगढ़ में 2600 रुपए आपको धान के लिए मिलते हैं। कर्नाटक में कहा था, बस में महिलाएं फ्री यात्रा करेंगी। वहां ये लागू है।’
उन्होंने इशारों में सिंधिया पर तंज कसते और राजनीतिक प्रहार करते हुए कहा, ‘मध्य प्रदेश में भी बदलाव की लहर है। एक ऐसी मज़बूत सरकार बनाइए जो न खरीदी जा सके, न गिराई जा सके। जो आपके भविष्य को मज़बूत बनाए।’ प्रियंका ने कमलनाथ से मुखातिब होकर यह भी कहा, ‘आपकी सरकार बनेगी तो आप दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाना। अभी दिव्यांगों ने बताया कि उनकी पेंशन 600 रुपए है।’
पटवारी घोटाले पर लिया शिव ‘राज’ को आड़े हाथ
प्रियंका ने पटवारी घोटाले पर कहा, ‘मां-बाप रुपए खर्च करके ट्यूशन कराते हैं। आज देखिए पटवारी भर्ती घोटाले में क्या हो गया। शर्म की बात है पिछले तीन साल में मात्र तीन सरकारी नौकरियां दी गई हैं। 18 साल से इनकी सरकार है। चुनाव से पहले ये कहने का क्या फायदा कि युवाओं और महिलाओं को क्या देंगे। इतने सालों में तो दिया नहीं। ये सच्चाई है।’
जिस तरह घोटाले पर घोटाले हो रहे हैं, इतनी लंबी लिस्ट है इसकी। मैं लिस्ट बाद में बताऊंगी। इन्होंने कुछ नहीं छोड़ा। महाकाल में भगवान की मूर्ति तक नहीं छोड़ी। ये पैसों से खरीदी हुई सरकार है। बीते 18 साल की सरकार है तो अहंकार होता ही है। नेताओं की आदतें भी खराब हो जाती है कि सरकार अपने ही पास है और रहेगी तो काम करने की क्या ज़रूरत है। जनता चुनाव तक सब भूल जाएगी और फिर से हमें वोट मिल जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘आज मध्य प्रदेश में यही परिस्थितियां हैं। सत्ता की वजह से अहंकार और आलस है। सत्ता का स्वभाव है कि वो भी इंसान की असलियत उभार देती है। आप सत्ता को नेक इंसान के हाथ में दो वो भलाई करेगा। आप गलत आदमी के हाथ में दोगे तो इसी तरह की लूट मचेगी।’ उन्होंने कहा कि समाज में तनाव बढ़ता है तो अत्याचार होते हैं। अत्याचार उन्हीं पर होते हैं जो कमजोर है। आज आदिवासियों पर हो रहे अत्याचारों को देख लीजिए। मुझे लगता है कि जनता के मुद्दों पर बात करनी चाहिए। आज अपने देश में ऐसी सरकार क्यों है, जिसने पूरे देश की संपत्ति एक-दो बड़े लोगों को बेच दी। पहले आपको रोजगार मिलता था। आज परिस्थितियां ये हैं आप जानते हैं सेना की भर्ती का क्या किया?
उन्होंने यह भी कहा कि जब से अग्निवीर की स्कीम आई तब से ग्वालियर-चंबल की क्या स्थिति है। यहां से नौजवान सीमा पर तैनात होते रहे हैं। हरियाणा में कई युवा ट्रेनिंग से लौटते मिले। बोले- चार साल के लिए इतनी कड़ी ट्रेनिंग क्यों करें। लौटकर खेती ही करना है।
प्रियंका ने कहा कि आपकी जागरुकता में कमी है। आप नेताओं से पूछिए कि घोटाले क्यों हो रहे हैं। आपने 22 हजार घोषणाएँ कीं, क्या इसमें से 2000 भी पूरी कीं। आप ये नहीं पूछते आपके लिए इतनी महंगाई और बड़े उद्योगपतियों की कितनी कमाई है। 1600 करोड़ रुपए एक दिन में ये उद्योगपति कमा रहे हैं। इस देश का किसान एक दिन में 27 रुपए नहीं कमा पा रहा है। प्रदेश में युवा बेरोजगारी की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं। आप ईमानदार सरकार चाहते हो तो इस सरकार को हटाकर ऐसी सरकार को लायें जो रोजगार दे, अत्याचार खत्म करे। प्रियंका ने सभा के आखिर में भी ब्रज भाषा का उपयोग करते हुए अपील करते हुए कहा, ‘मामा की भ्रष्ट सरकार बदलवे वाले है न। एक बार हमारे संगे जोर से बोलो, भाजपा जाएवे बारी है, कांग्रेस आएवे बारी है।’
‘शिवराज झूठ और घोटाले की मशीन हैं’
पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ ने सभा में कहा- ‘ग्वालियर चंबल के लोग अन्याय नहीं सहते। अन्याय पर पलटवार करते हैं। आज प्रदेश का हर वर्ग आक्रोशित है। मैं महाराजा नहीं हूं। शिवराज सिंह कहते हैं, मैं मामा हूं। मैं मामा नहीं हूं। शिवराज कहते हैं मैं किसान का बेटा हूं, मैं किसान नहीं साधारण परिवार का बेटा हूं।’
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने मध्य प्रदेश की राजधानी को झूठ की राजधानी बनाया है। किसानों, माताओं-बहनों, नर्मदा और आदिवासियों को झूठ बोला। दलितों को झूठ बोला। गोमाता को भी झूठ बोला। शिवराज ने 18 साल में झूठ का पहाड़ खड़ा कर दिया। शिवराज झूठ और घोटाले की मशीन है। घोषणाओं की मशीन है। चुनाव में 4 महीने बचे हैं। ये मशीन दोगुनी गति से चल रही है।
कमलनाथ ने कहा कि वे भटकते नौजवानों को देख नहीं सकते। उनके आंख, कान नहीं चलते। मुंह चलता है। प्रदेश और मुंह चलाने में बहुत अंतर है। हमारी सरकार बनी। हमें बेरोजगारी और महिलाओं पर अत्याचार वाला प्रदेश सौंपा था। हमने 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली दी। गोशालाएं बनाईं तो कौन सा पाप किया। आज चुनाव 4 महीने दूर हैं, शिवराज को बहनें, नौजवान और किसान याद आ रहे हैं। शिवराज जी आपने 18 साल में बेरोजगारी दी। कोरोना की मौतें दी। महाकाल का घोटाला दिया। मप्र में 2500 घोटाले हुए। ये इनकी देन है। शिवराज ने घर-घर में शराब भी दी। ये उनकी उपलब्धि है। हमें मप्र और नौजवानों का भविष्य सुरक्षित रखना है।
कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी सहित राज्य के तमाम बड़े नेता मौजूद रहे।