कैराना से सपा विधायक नाहिद हसन को पुलिस ने आज एक पुराने मुकदमे में गिरफ्तार कर लिया। सपा ने इसे बदले की कार्रवाई बताई है। विधायक नाहिद हसन ने भी कहा है कि वे इन जुल्मों के आगे नहीं झुकेंगे। नाहिद हसन को अब सपा और राष्ट्रीय लोकदल ने अपना संयुक्त प्रत्याशी घोषित किया था। इस घटनाक्रम के बाद पश्चिमी यूपी में चुनाव पर असर पड़ सकता है।
नाहिद हसन पर गैंगस्टर का एक पुराना मुकदमा था। उसी केस में वो कोर्ट में सरेंडर करने गए थे, लेकिन उसी समय उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें जब पुलिस गिरफ्तार करके ले जा रही थी तो उन्होंने मीडिया से कहा कि योगी सरकार का अंत जल्द होगा। उनकी दमनकारी नीति के दिन अब गिनती के बचे हैं।
पुलिस ने नाहिद को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में नाहिद को 14 दिन न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। दरअसल, पहले चरण के चुनाव के नामांकन के पहले दिन ही गैंगस्टर के मुकदमे में फरार चल रहे नाहिद हसन के प्रस्तावकों ने वकील की मौजूदगी में एसडीएम कोर्ट शामली में पर्चा दाखिल कराया। नाहिद हसन के प्रस्तावक मनीष और इंतजार ने एडवोकेट राशिद चौहान की मौजूदगी में एसडीएम कोर्ट से नामांकन पत्र लिया और दोपहर बाद उसे दाखिल करा दिया।
नाहिद समर्थकों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि यह गिरफ्तारी बताती है कि योगी सरकार किस तरह सपा और रालोद के नेताओं, कार्यकर्ताओं से भयभीत है। लेकिन इस गिरफ्तारी से अब नाहिद हसन की जीत तय है। बीजेपी ने अपनी हार स्वीकार कर ली है।
कैराना विधानसभा सीट से सपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी सपा विधायक नाहिद हसन वर्ष-2017 में विधायक बने थे, लेकिन उनका विवाद में रहने का सिलसिला इससे पहले से ही चला आ रहा है। पिछले कुछ वर्षों में नाहिद हसन और जिला प्रशासन का टकराव काफी चर्चा में रह चुका है। कैराना कोतवाली समेत कई थानों में उनके खिलाफ दो दर्जन के करीब मुकदमें दर्ज हैं। सीओ और एसडीएम से बदतमीजी के आरोप में दर्ज मुकदमें में तो उनकी फरारी की मुनादी तक कराई गई थी। करीब 11 महीने पहले कैराना कोतवाली में विधायक नाहिद हसन, उनकी मां पूर्व सांसद तबस्सुम हसन समेत 40 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया था तभी से नाहिद हसन और उनकी मां तबस्सुम हसन फरार चल रहे हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश ने नाहिद हसन की गिरफ्तारी की निन्दा की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी इस समय हताशा में है। वह प्रदेश में कहीं से भी नहीं जीत रही है। इस बार गांवों से लेकर शहर तक जनता उसे जवाब देगी। उधर, सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि नाहिद हसन की गिरफ्तारी वोटों का ध्रुवीकरण कराने के लिए की गई है। बीजेपी को लगता है कि इस गिरफ्तारी के विरोध में वो फिर से दंगा करा देगी।