महाराष्ट्र व झारखंड विधानसभा चुनाव और कई राज्यों में उपचुनाव को देखते हुए लगता है कि दलित वोट बैंक के लिए पार्टियाँ किसी हद तक जा सकती हैं। बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि प्रियंका गांधी के नामांकन के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष और दलित नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का अपमान किया गया। बीजेपी ने इसके लिए एक वीडियो ट्वीट किया। इसके बाद कांग्रेस ने एक के बाद एक कई वीडियो और तस्वीरें जारी कर कहा कि बीजेपी का झूठ फिर से पकड़ा गया।
बीजेपी के दावों के बाद कांग्रेस ने एक के बाद एक कई वीडियो जारी कर बीजेपी पर हमला किया। इसने प्रधानमंत्री मोदी की एक वीडियो क्लिप को शेयर कर बीजेपी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। वैसे इस पूरे मामले में कांग्रेस ने एक वीडियो क्लिप जारी कर यह साबित करने की कोशिश की है कि कैसे 'बीजेपी का झूठ पकड़ा गया'।
कांग्रेस ने गुरुवार को ये वीडियो तब जारी किए जब बीजेपी ने पहले बुधवार को और फिर गुरुवार को कांग्रेस पर खड़गे का अपमान करने का आरोप लगाया। बीजेपी ने बुधवार को जो आरोप लगाया उसके साथ उसने एक वीडियो भी जारी किया था। वह वीडियो प्रियंका गांधी के नामांकन के दौरान का बताया गया।
दरअसल, प्रियंका गांधी अपने भाई राहुल गांधी द्वारा सीट खाली किए जाने के बाद वायनाड उपचुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने बुधवार को नामांकन दाखिल किया है। उस दौरान खड़गे, राहुल, सोनिया और केसी वेणुगोपाल साथ थे। बीजेपी द्वारा साझा किए गए वीडियो में दलित नेता को उस कमरे के बाहर इंतज़ार करते हुए दिखाया गया है, जहां प्रियंका गांधी वायनाड उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल कर रही थीं।
बीजेपी के आधिकारिक एक्स पेज द्वारा जारी किए गए इस वीडियो को कई भाजपा नेताओं के साथ-साथ असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी शेयर किया और कांग्रेस पर दलितों के प्रति नफरत रखने का आरोप लगाया।
हालाँकि, सोशल मीडिया यूजर्स के एक वर्ग ने नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया के दौरान सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ खड़गे की तस्वीरें पोस्ट करके प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि कांग्रेस मल्लिकार्जुन खड़गे का पूरा सम्मान करती है। इसने कहा है कि बीजेपी ने झूठी ख़बर फैलाई कि कांग्रेस द्वारा खड़गे को दरवाजे के बाहर खड़ा रखा गया।
जानिए, पूरा सच
प्रियंका गांधी रैली करते हुए नामांकन दाखिल करने पहुँची थीं। जब नामांकन भरने के लिए देरी होने लगी तो प्रियंका ने रैली बीच में ही छोड़ दी। तब खड़गे भाषण ही दे रहे थे। प्रियंका अपने पति रॉबर्ट वाड्रा और बेटे के साथ दोपहर 1.24 बजे कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं। चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार नामांकन दाखिल करने की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाती है। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय या राज्य स्तरीय पार्टी के उम्मीदवारों के लिए एक प्रस्तावक ही काफी है। प्रियंका के कार्यालय पहुंचने के बाद उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर से कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष, उनकी मां और भाई एक बैठक में हैं और वे जल्द ही पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पति और बेटा उनके पहुंचने पर बाहर चले जाएंगे।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार हालाँकि, रिटर्निंग ऑफिसर ने कहा कि वे नामांकन पत्रों के दूसरे सेट को जमा करने के दौरान अंदर आ सकते हैं। प्रियंका ने अपना पहला सेट दोपहर 1.25 बजे जमा किया।
कुछ ही मिनटों बाद सोनिया गांधी कलेक्टर के कार्यालय पहुंचीं। जल्द ही, खड़गे और कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल भी पहुंचे। हालांकि, उन्हें कलेक्टर के कार्यालय में गार्ड द्वारा प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई क्योंकि रिटर्निंग ऑफिसर कागजात की जांच कर रहे थे।
प्रक्रिया पूरी होने के बाद, रॉबर्ट वाड्रा और उनके बेटे बाहर चले गए और खड़गे नामांकन पत्रों के दूसरे सेट को जमा करने के दौरान कलेक्टर के कार्यालय में प्रवेश कर गए। वास्तव में राहुल गांधी को भी नामांकन पत्रों के पहले सेट की जांच पूरी होने तक बाहर इंतजार करना पड़ा। फिर उन्हें अंदर बुलाया गया।
लेकिन वीडियो का केवल वह हिस्सा वायरल हुआ जिसमें खड़गे को कलेक्टर के कार्यालय के बाहर इंतजार करते देखा गया था और इसका इस्तेमाल भाजपा ने कांग्रेस पर हमला करने के लिए किया।
गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में भी बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, 'कल एक वीडियो वायरल हुआ, जिसका जिक्र करना अनिवार्य है। कल जिस कमरे में प्रियंका गांधी वाड्रा का नामांकन हो रहा था, उस कमरे में मल्ल्किार्जुन खड़गे जी बाहर से झांक रहे थे और कमरे को बंद कर दिया गया। इससे ज़्यादा आपत्तिजनक बात और क्या हो सकती है कि आप ओछी राजनीति करते हुए पिछड़े समाज के लोगों का इस्तेमाल करते हैं।
हालाँकि, बीजेपी के इन आरोपों के बाद कांग्रेस ने फ़ैक्ट चेक करने का दावा करते हुए वीडियो साझा किया। इसमें उसने बताया कि कैसे खड़गे अगली पंक्ति में प्रियंका गांधी के दाहिनी तरफ़ बैठे हुए थे और सोनिया गांधी पीछे थीं। इसने बीजेपी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और पीएम मोदी की एक वीडियो क्लिप साझा कर तंज कसते हुए लिखा- 'बीजेपी को मार्गदर्शन देते नरेंद्र मोदी'।