राहुल का नया अवतार 2024 में बदलाव लाएगाः संजय राउत

06:14 pm Jan 01, 2023 | सत्य ब्यूरो

आम चुनाव 2024 में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की जोरदार चर्चा के बीच, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने भी राहुल की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। राउत ने पार्टी के मुखपत्र सामना में अपने साप्ताहिक कालम रोकटोक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और भारत जोड़ो यात्रा की तारीफ की है।   

2022 की राजनीतिक घटनाओं पर नजर डालते हुए संजय राउत ने लिखा है कि देश और महाराष्ट्र ने केंद्र सरकार के सौजन्य से सिर्फ धोखा ही देखा है। लेकिन इसी के बीच राहुल गांधी ने अपनी सच्चाई और साहस की यात्रा शुरू की। यात्रा नई दिल्ली पहुंच गई है और यात्रा को रोकने के लिए कई साजिशें रची गईं।

संजय राउत ने कहा, दिल्ली की इस कड़कड़ाती ठंड में राहुल गांधी ने सिर्फ एक टी-शर्ट पहन रखी है और उनकी टी-शर्ट पर बार-बार पूछे गए सवालों का जवाब दिल हिला देने वाला था। राहुल ने सवालों के जवाब में कहा था कि यह सवाल कभी भी गरीब और मजदूर वर्ग से नहीं पूछा जाता है। राहुल का जवाब सोचने पर मजबूर करता है। शिवसेना सांसद राउत ने कहा- 

2022 ने राहुल गांधी का एक नया अवतार देखा। अगर यह 2023 में भी जारी रहा, तो 2024 में राजनीतिक बदलाव देखने को मिल सकता है।


-संजय राउत, सामना में, 1 जनवरी 2023 को

यात्रा समाप्त होने के बाद राहुल गांधी के अगले कदम को लेकर अटकलें तेज हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाल ही में कहा था कि राहुल गांधी 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। उन्होंने कहा, राहुल गांधी सत्ता के लिए राजनीति नहीं करते हैं, बल्कि देश की जनता के लिए करते हैं जो किसी को भी सत्ता में बिठाती है। 

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जिन्हें पीएम की कुर्सी के लिए अपनी गुप्त महत्वाकांक्षा के लिए जाना जाता है, ने शनिवार को कहा था कि वह 2024 के चुनावों में राहुल गांधी के पीएम उम्मीदवार के विचार के लिए खुले हैं। नीतीश कुमार ने कहा, हमें इससे कोई समस्या नहीं है... जब सभी (विपक्षी) दल एक साथ बैठेंगे और बात करेंगे तो हम सब कुछ तय कर लेंगे।  

शनिवार को राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वो क्षेत्रीय विपक्षी दलों को पसंद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं और महसूस करते हैं कि कांग्रेस की भूमिका इन क्षेत्रीय दलों को एक राष्ट्रीय ढांचा प्रदान करना है। जहां सभी का परस्पर सम्मान हो।