वाराणसी में प्रियंका लड़ जातीं तो पीएम 2-3 लाख वोटों से हार जाते: राहुल

10:20 pm Jun 11, 2024 | सत्य ब्यूरो

राहुल गांधी ने कहा है कि यदि उनकी बहन प्रियंका वाराणसी से चुनाव लड़ जातीं तो प्रधानमंत्री मोदी चुनाव हार जाते। अयोध्या में बीजेपी की हार का ज़िक्र करते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में जैसे-तैसे जीते हैं। 

प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी सीट से क़रीब डेढ़ लाख वोटों से जीत दर्ज की है। लोकसभा चुनाव 2019 में पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव को 4.79 लाख वोटों के अंतर से हराया था। 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 3.70 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। इस बार पीएम मोदी के जीत के अंतर पर तंज कसते हुए राहुल ने कहा कि प्रियंका तो उनके ख़िलाफ़ 2-3 लाख वोटों से जीत जातीं। 

वाराणसी वह सीट है जहाँ पर सबसे आख़िरी चरण में चुनाव हुए थे। अमित शाह से लेकर बीजेपी के कई बड़े नेता चुनाव अभियान के दौरान वहाँ कैंप कर रहे थे। इसको लेकर सवाल भी उठे थे कि आख़िर बीजेपी को इतनी कसरत की ज़रूरत क्यों पड़ी। इस पर दावा किया गया था कि वे जीत का अंतर 10 लाख वोट करने के प्रयास में हैं। 

जब चुनाव नतीजे आए तो पीएम मोदी क़रीब डेढ़ लाख वोटों से जीते। पीएम मोदी की जीत पर उनके ख़िलाफ़ चुनाव लड़ रहे कांग्रेस नेता अजय राय ने तंज कसते हुए कहा था कि 'जीत कहाँ है?' अजय राय ने कहा था, 'जीत कहाँ है? सत्ता बल, ट्रिपल इंजन है वाराणसी में। मेयर उनका, सभासद उनके, मुख्यमंत्री उनका, राज्यपाल उनके। सब प्रचार कर रहे हैं। सबके प्रचार करने के बावजूद आज डेढ़ लाख से जीते। और तीन घंटे तक तो काशी की जनता ने उनको पीछे रखा था। काशी के लोगों ने दिखा दिया कि उनका प्यार अपने भाई के साथ है।' 

राहुल गांधी ने यूपी के रायबरेली में साढ़े तीन लाख से ज़्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी। उन्होंने वायनाड में भी तीन लाख से ज़्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी। बहरहाल, रायबरेली में राहुल ने कहा, 'बीजेपी अयोध्या की सीट हार गई। अयोध्या में राम मंदिर बना लेकिन उसके उद्घाटन कार्यक्रम में किसान, मजदूर, गरीब, दलित, पिछड़े वर्ग के लोग नहीं दिखे। वहां अडानी, अंबानी समेत देश के कई अरबपति खड़े थे लेकिन हमारी आदिवासी राष्ट्रपति को भी नहीं आने दिया। इसलिए बीजेपी को अयोध्या की जनता ने भी जवाब दे दिया है।' उन्होंने कहा,

हिंदुस्तान ने संदेश भेजा है कि हमें नरेंद्र मोदी जी का विजन अच्छा नहीं लगता। हमें नफरत, हिंसा नहीं चाहिए। हमें मोहब्बत की दुकान और नया विजन चाहिए। अगर देश को नया विजन देना है तो उत्तर प्रदेश से ही देना होगा। उत्तर प्रदेश ने मैसेज दिया है कि हम देश और प्रदेश में इंडिया गठबंधन को चाहते हैं।


राहुल गांधी, कांग्रेस नेता

कांग्रेस नेता ने कहा, 'देश का हर प्रदेश इस चुनाव में एक हो गया था, क्योंकि देश की आत्मा को समझ आ गया था कि नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी हिंदुस्तान के संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। फिर हमने देखा कि प्रधानमंत्री खुल कर हिंसा और नफरत की राजनीति कर रहे थे। यह हिंदुस्तान की संस्कृति और धर्मों के खिलाफ है। मुझे गर्व है कि उत्तर प्रदेश की जनता ने नफरत, हिंसा, अहंकार के खिलाफ वोट दिया है।'

राहुल ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि आने वाले समय में असल मुद्दे उठाए जाए और गरीबों की मदद करने की राजनीति हो। अब हमारी सेना संसद में बैठी हुई है। इस बार हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि हम विपक्ष में बैठकर अग्निवीर योजना को रद्द कराएं। आपने हमें जो शक्ति दी है, उसे मैं जिंदगी भर नहीं भूलने वाला हूं।'

उन्होंने कहा, 'उत्तर प्रदेश ने पूरे भारत को रास्ता दिखाया है। रायबरेली और अमेठी के सभी मतदाताओं और इंडिया जनबंधन के सभी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं को मेरा दिल से धन्यवाद। मैं जल्द ही आप सभी से मिलने और प्रगति, एकता और मोहब्बत के हमारे संकल्प पर चर्चा करने के लिए फिर आऊंगा।'