पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। समझा जाता है कि बीजेपी उन्हें दिल्ली में किसी जगह से टिकट दे सकती है। गौतम गंभीर बीते कुछ समय से बीजेपी के संपर्क में थे और पार्टी के अरविंद केजरीवाल जैसे विरोधियों पर लगातार हमले कर रहे थे। चुनाव के ठीक पहले उनके बीजेपी में शामिल होने से यह कयास लगाया जा रहा है कि पार्टी उनका इस्तेमाल आम आदमी पार्टी के किसी दिग्गज़ को रोकने में कर सकती है। गंभीर ने केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली।
भारतीय क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा रह चुके गौतम बीते दिनोें राष्ट्रवाद को लेकर काफी गंभीर रहे। हालाँकि उनकी यह गंभीरता ट्विटर पर ही सीमित रही, लेकिन उन्होंने पुलवामा आतंकवादी हमलों के बाद कई ट्वीट किए। उन्होंने आगे बढ़ कर तमाम देशों से यह अपील कर दी कि वे पाकिस्तान को हर तरह की मदद देना बंद कर दें।
इसके पहले गंभीर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से दो-दो हाथ कर चुके हैं। उन्होंने केजरीवाल की नीतियों और कामकाज के तरीकों पर तो सवाल उठाए ही, उन पर व्यक्तिगत तंज भी किए।
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्ज देने की माँग करते हुए जब आमरण अनशन का एलान किया तो गंभीर ने उन पर हमला किया और उनके फ़ैसले को 'शर्मनाक' क़रार दिया।
पुलवामा हमले के बाद जब पाकिस्तान को मिल रहे 'मोस्ट फ़ेवर्ड नेशन' स्टैटस वापस लेने की घोषणा वित्त मंत्री अरुण जेटली ने की तो गंभीर उनके समर्थन में खुल कर सामने आ गए।
गौतम गंभीर लगातार बीजेपी की राजनीतिक लाइन को लेकर चलते रहे। उन्होंने पार्टी की लाइन के समर्थन में बोलने और ट्वीट करने का सिलसिला जारी रखा और पार्टी के विरोधियों को निशाने पर लेते रहे। समझा जाता है कि ठीक चुनाव के समय उनके पार्टी में आने से दिल्ली में उनकी छवि से पार्टी को फ़ायदा हो सकता है। वह युवाओं को भी आकर्षित कर सकते हैं।