हरियाणा में कांग्रेस मजबूत, हमें AAP से या किसी से गठबंधन की जरूरत नहींः शैलजा

03:39 pm Aug 24, 2024 | सत्य ब्यूरो

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आप के साथ गठबंधन की संभावना से इनकार करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने कहा है कि उनकी पार्टी राज्य में मजबूत है और अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। दिल्ली में पीटीआई के मुख्यालय में पीटीआई संपादकों के साथ बातचीत में, लोकसभा सांसद और पार्टी के प्रमुख दलित चेहरे शैलजा ने त्रिशंकु विधानसभा की संभावना को भी खारिज कर दिया, और दावा किया कि कांग्रेस 90 सदस्यीय सदन में "शानदार बहुमत" हासिल करेगी।

शैलजा ने यह भी कहा कि जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने हरियाणा में अपनी जमीन खो दी है क्योंकि वह टूट रही है और आगामी चुनावों में उसके पास कोई मौका नहीं है। शैलजा ने कहा-  "जेजेपी ने जमीन खो दी है। इस बार आपको जेजेपी के लिए ज्यादा टिकटार्थी नहीं मिलेंगे। पिछली बार भी, जीतने वाले अधिकांश उम्मीदवार कांग्रेस से थे। अब यह पहले से ही टूट रहा है। उनके अधिकांश विधायक पहले ही उन्हें छोड़ चुके हैं। एआईसीसी महासचिव और हरियाणा कांग्रेस की पूर्व प्रमुख ने कहा, ''मुझे इस चुनाव में जेजेपी के लिए ज्यादा संभावना नहीं दिख रही है।''

उन्होंने इनेलो-बसपा गठबंधन को भी खारिज कर दिया और बताया कि दोनों पार्टियां राज्य में बहुत कुछ खो चुकी हैं। उन्होंने कहा, "मुझे ऐसा नहीं लगता कि वे हमारे वोट काटेंगे। लोकसभा चुनाव में इनेलो का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। बसपा ने भी काफी जमीन खो दी है। इसलिए, उन्होंने अपना गठबंधन बनाया होगा। लेकिन जब नतीजे आएंगे तो आप देखेंगे कि यह गठबंधन भी खराब हो जाएगा।''

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस की हरियाणा में अपने सहयोगी दल आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन करने की संभावना है, शैलजा ने कहा, ''हम (राष्ट्रीय स्तर पर) भागीदार हैं, लेकिन अगर आपको याद हो, तो यह निर्णय लिया गया था कि हर राज्य, वे (साझेदार) स्वयं निर्णय ले सकते हैं। AAP ने पहले ही यह कह दिया है कि वे विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं करेंगे।'' उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि कांग्रेस अपने आप में मजबूत है और हम अपने दम पर लड़ेंगे।''

आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बड़ी जीत का भरोसा जताते हुए शैलजा ने दावा किया कि राज्य की जनता भाजपा के ''पूरी तरह से खिलाफ'' है। जब उनसे कांग्रेस को मिलने वाली सीटों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा, "हम 90 सीटों पर लड़ रहे हैं और हमारे लिए हर सीट महत्वपूर्ण है। हम जितना संभव हो उतना ऊपर जा सकते हैं।"

उन्होंने कहा कि हरियाणा में भाजपा के 10 साल के कार्यकाल के बाद लोग निश्चित रूप से बदलाव चाहते हैं। उन्होंने कहा, "हरियाणा भर में भाजपा को जमीनी स्तर पर ज्यादा समर्थन नहीं मिला। मुझे व्यक्तिगत बातें करना पसंद नहीं है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि उनके मुख्यमंत्री के पास राजनीतिक अनुभव था, इसलिए यह भी उनके खिलाफ गया।" शैलजा ने कहा, "यहां तक ​​कि उनकी पार्टी (भाजपा) के भीतर भी बहुत खींचतान और दबाव था, पूरी तरह से अलगाव हो गया है और उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है।"

एक सवाल के जवाब में शैलजा ने कहा कि महिला पहलवान विनेश फोगाट के साथ अन्याय हुआ है। यह अन्याय सिर्फ पेरिस ओलंपिक में ही नहीं हुआ। ये लोग (सभी महिला पहलवान) जब दिल्ली में आंदोलन चला रहे थे तो भी उनके साथ सरकार ने अन्याय किया। हरियाणा के लोग इसे माफ नहीं कर सकते। इसी तरह किसानों का मुद्दा है। सरकार खुद अपने किये वादे पूरे नहीं कर पा रही है। एमएसपी देने में सरकार का क्या नुकसान है। बता दें कि 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए चुनाव 1 अक्टूबर को होंगे और परिणाम 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। कांग्रेस भाजपा को सत्ता से हटाकर 10 साल तक विपक्ष में रहने के बाद सत्ता में वापसी करना चाहती है।