कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके ही मंत्रिमंडल के एक साथी को लेकर सचेत किया है। उसने प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए कहा है कि उन्हें ऐसे व्यक्ति से सचेत रहना चाहिए जो अपनी पूर्व पार्टी के प्रति वफादार नहीं रहा वह उनके प्रति भी वफादार नहीं रहेगा।
दरअसल, कांग्रेस ने जिनको लेकर यह सचेत किया है वह पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। वह फ़िलहाल बीजेपी के नेता हैं और पहले वह कांग्रेस पार्टी में थे। सिंधिया लंबे समय तक कांग्रेस में रहे और उन्हें गांधी परिवार का करीबी सहयोगी माना जाता था। उन्होंने पार्टी छोड़ दी और 2020 में भाजपा में शामिल हो गए। इससे मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी।
बहरहाल, सिंधिया ने राहुल गांधी और कांग्रेस की तीखी आलोचना की थी और यहाँ तक कह दिया था कि उसकी अब कोई विचारधारा नहीं बची है, सिवाय 'गद्दारी' के जो देश के ख़िलाफ़ काम करती है।
सिंधिया ने राहुल गांधी और कांग्रेस को इसलिए निशाना बनाया था कि उनको मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद जब राहुल अदालत में जा रहे थे उनके साथ कई कांग्रेस नेता साथ गए थे। सिंधिया ने कांग्रेस पर न्यायपालिका पर दबाव डालने और प्रासंगिक बने रहने के लिए हर संभव प्रयास करने का आरोप लगाया था।
इसी के जवाब में कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सिंधिया को लेकर ताज़ा टिप्पणी की है। पवन खेड़ा ने सिंधिया की आलोचना करते हुए कहा, 'जब सिंधिया राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बने रहने के लिए चीजें करने की बात करते हैं, तो मैं उनके अपने उदाहरण के बारे में सोच सकता हूं। राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बने रहने के लिए उन्होंने अपनी पार्टी बदली, उन्होंने अपने दोस्त बदले, उन्होंने अपनी वफादारी बदली और वह हमें राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बने रहने का व्याख्यान दे रहे हैं।'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि जहाँ तक न्यायपालिका पर दबाव डालने की बात है, यह किरण रिजिजू हैं जो न्यायपालिका को धमकियाँ देते रहते हैं, आरएसएस का पाञ्चजन्य एक लेख लिखता है कि कैसे सर्वोच्च न्यायालय राष्ट्र-विरोधी का एक उपकरण बन रहा है, ये न्यायपालिका पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। खेड़ा ने कहा, 'कौन कह रहा है कि सेवानिवृत्त न्यायाधीश देशद्रोही हैं, श्री किरण रिजिजू ऐसा कह रहे हैं। इसलिए श्री सिंधिया से कहें कि वे अपने सहयोगी को न्यायपालिका पर दबाव और धमकी न देने की सलाह दें।'
खेड़ा ने गांधी पर इस कटाक्ष करने के लिए भी सिंधिया पर निशाना साधा कि कुछ लोग कांग्रेस के लिए 'प्रथम श्रेणी के नागरिक' हैं, यह कहते हुए कि एक व्यक्ति जो स्वतंत्र स्वतंत्र भारत में 'महाराज' कहलाना चाहता है, वह इस बारे में बात कर रहा है।
कांग्रेस नेता ने कहा, 'हम प्रधानमंत्री को सलाह देना चाहते हैं, कृपया उस व्यक्ति से सावधान रहें, जो कांग्रेस पार्टी के तहत राजनीतिक ऊंचाई हासिल करने के बावजूद कांग्रेस पार्टी के प्रति वफादार नहीं रहा, वह आपके प्रति वफादार नहीं रहेगा।'
कांग्रेस नेता ने सिंधिया के आरोपों को हास्यास्पद बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि कांग्रेस की लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है।