संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद महानगरों से अपने गांवों की ओर लौट रहे दिहाड़ी मजदूरों पर ज्यादती करने वाले उत्तर प्रदेश के बदायूं के पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की गई है। गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें कुछ मजदूरों को बदायूं में मौजूद पुलिसकर्मी ने नीचे बैठकर घिसट-घिसट कर आगे बढ़ने के लिये कहा था। वीडियो वायरल होते ही पुलिसकर्मी के साथ ही यूपी पुलिस की जमकर आलोचना हुई थी। ये लड़के ग्वालियर से पैदल आ रहे थे और दिन की तेज धूप में लगातार चलते हुए अपने घर पहुंचना चाहते थे।
ऐसा क्रूर व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मी को हटा दिया गया है और उसके ख़िलाफ़ जांच के आदेश दिये गये हैं। बदायूं के एसएसपी ए.के.त्रिपाठी ने घटना के लिये ख़ेद व्यक्त करते हुए ट्विटर पर एक बयान जारी किया है। एसएसपी ने कहा, ‘ऐसा करने वाला पुलिसकर्मी अंडर ट्रेनिंग कांस्टेबल है। वहां मौजूद दूसरे पुलिसकर्मियों को जब उसके द्वारा ऐसा करने का पता चला तो उन्होंने कांस्टेबल को डांटा और नौकरी से हटा दिया। इस मामले में जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी।’
ऐसे दिहाड़ी मजदूर जो नौकरी करने के लिये दूर महानगरों में गये हैं, संपूर्ण लॉकडाउन होने के बाद काम-धंधा चौपट होने के कारण गांवों को लौटने के लिये मजबूर हैं। उन्हें शहरों में रहकर इस वायरस की चपेट में आने का भी डर सता रहा है और वे किसी भी क़ीमत पर अपने गांव, अपने लोगों के बीच पहुंच जाना चाहते हैं। लेकिन पुलिस की इस तरह की ज्यादतियां उनकी मुश्किलों को और बढ़ा रही हैं।