प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ के शिखर सम्मेलन में शुक्रवार को कहा कि एससीओ सदस्य देशों को ट्रांजिट राइट्स और कनेक्टिविटी में सुधार करना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी और युद्ध जैसे हालात में आपूर्ति शृंखला प्रभावित होने के मद्देनज़र यह ज़रूरी है।
समझा जाता है कि उनका इशारा साफ़ तौर पर पाकिस्तान की ओर था। इस सम्मेलन में पाक पीएम शहबाज शरीफ भी मौजूद थे।
पीएम मोदी ने कहा कि सदस्य देशों को बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए एक-दूसरे को ट्रांजिट राइट्स देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्रीय समूह में बेहतर कनेक्टिविटी की ज़रूरत है क्योंकि कोरोना महामारी और यूक्रेन में युद्ध के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित होने के बाद वैश्विक खाद्य और ऊर्जा संकट पैदा हुआ।
बता दें कि आम तौर पर ट्रांजिट राइट्स अंतरराष्ट्रीय नेविगेशन के लिए उपयोग किया जाता है। ख़ासकर स्ट्रेट यानी जलडमरूमध्य के लिए। ट्रांजिट राइट्स के तहत तटीय देशों और उस जलडमरूमध्य के उपयोगकर्ता देशों के लिए अधिकार और दायित्व तय किए जाते हैं। इसके तहत सुरक्षित मार्ग को बढ़ावा देने के लिए ज़रूरी यातायात योजनाएँ निर्धारित की जा सकती हैं और सुरक्षा, यातायात के विनियमन, प्रदूषण और मछली पकड़ने पर रोक, सीमा शुल्क लागू करने, आप्रवासन आदि के लिए कानून और नियम बनाए जा सकते हैं।
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण और ताइवान पर चीन के आक्रामक रुख के बीच वैश्विक उथल-पुथल के वक़्त यह एससीओ का सम्मेलन हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार रात उज्बेकिस्तान के समरकंद पहुँचे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ के 22वें क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कोराना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध ने ग्लोबल सप्लाई चेन को बाधित किया है, ऐसे में हमारा लक्ष्य भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का है। उन्होंने कहा, 'इस साल भारत की अर्थव्यवस्था के 7.5 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। मुझे खुशी है कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।'
भारत एससीओ शिखर सम्मेलन की अगले साल मेजबानी करेगा। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत के लिए समर्थन जताया।
जून 2019 में किर्गिस्तान के बिश्केक में नेताओं के इकट्ठा होने के बाद से यह पहला व्यक्तिगत रूप से एससीओ शिखर सम्मेलन है।