इस्लामाबाद पुलिस की टीम पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए रविवार को लाहौर में पीटीआई के अध्यक्ष के जमान पार्क स्थित आवास पर पहुंची। डॉन अखबार के मुताबिक तोशखाना मामले में अदालती सुनवाई से लगातार गैरहाजिर रहने के लिए उनके लिए गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था। लेकिन जब इमरान समर्थक वहां भारी तादाद में जा पहुंचे तो पुलिस पीछे हट गई। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक अब इस्लामाबाद पुलिस कह रही है कि वो खान साहब को गिरफ्तार करने के इरादे से नहीं गई थी, वो तो अदालत का सम्मन तामील करने पहुंची थी।
इस बीच, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि इमरान को अदालत के आदेश पर गिरफ्तार किया जा रहा है न कि सरकार के आदेश पर। इस्लामाबाद पुलिस और गृह मंत्री के बयान बताते हैं कि पुलिस इमरान को गिरफ्तार करने के इरादे से पहुंची है। लेकिन कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ देखकर फिलहाल पीछे हट गई है।
इस्लामबाद पुलिस ने हालांकि अपने कई ट्वीट्स में पहले कहा था कि ऑपरेशन लाहौर पुलिस के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें कहा गया है कि पीटीआई प्रमुख गिरफ्तारी से बच रहे थे। एक आला पुलिस अधिकारी "इमरान के कमरे में गया था लेकिन वह वहां मौजूद नहीं थे।"
पुलिस ने मौके पर जमा हुए इमरान समर्थकों को चेतावनी दी है कि अदालत के आदेशों में बाधा डालने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, टेलीविजन पर प्रसारित फुटेज में इस्लामाबाद पुलिस की वर्दी में पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ पंजाब पुलिस को भी पीटीआई कार्यकर्ताओं को ज़मान पार्क निवास के बाहर रोकते देखा गया है।
उल्लेखनीय है कि इस्लामाबाद के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (एडीएसजे) जफर इकबाल ने पिछले महीने पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। 28 फरवरी को जारी वॉरंट की एक प्रति डॉन के पास उपलब्ध है, जिसमें कहा गया है कि इमरान बार-बार अदालत के सामने पेश होने में विफल रहे। आरोपी अदालतों के मामलों को अपनी प्राथमिकता में शामिल नहीं कर रहे हैं।
इसमें यह भी कहा गया है कि आरोपी को 7 मार्च के लिए गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट के जरिए तलब किया जाए। लेकिन इस्लामाबाद पुलिस उससे पहले ही पहुंच गई।
पीटीआई की धमकी
इससे पहले पूर्व मंत्री और इमरान के खास फवाद चौधरी ने पीटीआई कार्यकर्ताओं से इमरान के घर के बाहर जमान पार्क में पहुंचने का आह्वान किया। फवाद ने पुलिस और सरकार को 'रेड लाइन' पार करने पर देशव्यापी विरोध की चेतावनी दी।इमरान के आवास के बाहर संवाददाता सम्मेलन में पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने कहा कि इस्लामाबाद पुलिस पूर्व प्रधानमंत्री के आवास पर तोशखाना मामले में उनकी गिरफ्तारी के लिए पहुंची है। इमरान के खिलाफ 74 मामले दर्ज हैं। इन सभी मामलों में किसी भी व्यक्ति के लिए अदालत में पेश होना मानवीय रूप से संभव नहीं है। उन्होंने दावा किया कि इमरान की गिरफ्तारी का उद्देश्य पंजाब में आगामी आम चुनावों को स्थगित करना था।
फवाद ने कहा कि इमरान ने हमेशा अदालत का सम्मान किया है और जब भी उन्हें बुलाया गया वह अदालत में पेश हुए। "लेकिन वे चाहते हैं कि इमरान खान अदालत जाएं ताकि आतंकवादी उन्हें फिर से निशाना बना सकें। फव्वाद ने देश भर के पार्टी कार्यकर्ताओं से तैयारी करने का आह्वान किया। फवाद ने कहा, अगर वे रेड लाइन पार करते हैं, तो ऐसा विरोध होगा जो पाकिस्तान ने पहले कभी नहीं देखा है।