दिल्ली में मुसलिम समुदाय के एक कार्यक्रम में शामिल हुए और जो फ़िलहाल क्वॉरंटीन में हैं, ऐसे 567 विदेशी नागरिकों को पुलिस को सौंपा जाएगा। इसके साथ ही क्वॉरंटीन में तब्लीग़ी जमात और दूसरे मसजिदों के 2446 भारतीय लोगों में से जिन्होंने क्वॉरंटीन का तय समय पूरा कर लिया है और जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है उनको छोड़ा जा सकता है। इस संबंध में दिल्ली के एक वरिष्ठ अधिकारी की ओर से आदेश निकाला गया है। इसके साथ ही भारतीय लोगों को उनके अपने-अपने राज्य वापस लौटने के लिए नियमों के अनुसार कार्रवाई करने को कहा गया है।
जब देश में कोरोना वायरस फैल रहा था तब दिल्ली के निज़ामुद्दीन में तब्लीग़ी जमात ने कार्यक्रम किया था और इसमें देश-विदेश के हज़ारों जमाती शामिल हुए थे। यह कार्यक्रम तब हुआ था जब दिल्ली सरकार ने बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाया था। इस नियम का उल्लंघन कर कार्यक्रम करने को लेकर निज़ामुद्दीन थाने में तब्लीग़ी जमात के प्रमुख मौलाना साद समेत सात लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई। कुछ लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया था जिनमें से कुछ विदेशी थे और कथित तौर पर देश छोड़कर जाने के प्रयास में थे।
अब इसी संदर्भ में दिल्ली के संभागीय आयुक्त ने एक आदेश में कहा है, 'तब्लीग़ी जमात के 567 सदस्य विदेशी हैं। जिनकी जाँच रिपोर्ट नेगेटिव आई है और अभी भी दिल्ली क्वॉरंटीन सेंटरों में रह रहे हैं, उन्हें दिल्ली पुलिस को केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार सौंप दिया जाना चाहिए।'
दिल्ली के अलग-अलग क्वॉरंटीन सेंटरों में तब्लीग़ी जमात के 2446 सदस्य भारतीय हैं। संभागीय आयुक्त के आदेश में कहा गया है कि इन में से जिनकी भी रिपोर्ट नेगेटिव आई है उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा तय नियमों के अनुसार छोड़ा जा सकता है। आदेश में यह भी कहा गया है कि उन्हें अपने गृह राज्य भेजा जाना चाहिए, लेकिन यह सुश्निचित किया जाए कि वे सीधे घर पहुँचे न कि मसजिद या अन्य किसी जगह। सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरे नियमों का भी पालन किया जाना चाहिए। इसके साथ ही संबंधित राज्यों के अधिकारियों को छोड़े जाने वाले लोगों की सूचना लेकर उनके पहुँचने और पास की व्यवस्था करने को कहा गया है।
आदेश में यह भी कहा गया है कि तब्लीग़ी जमात के सदस्य जो दिल्ली के हैं उन्हें क्वॉरंटीन सेंटरों से उनके अपने-अपने घर जाने के लिए पास दिया दिया जाना चाहिए। उन्हें भी मसजिद या किसी अन्य जगह पर रहने की इज़ाजत नहीं होगी और उन्हें अपने घर ही जाना होगा।
बता दें कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने हाल ही में कहा था कि दिल्ली सरकार तब्लीग़ी जमात के क़रीब 4000 उन सदस्यों को छोड़ने जा रही है जो ज़रूरी क्वॉरंटीन का समय पूरा कर चुके हैं और जिनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं दिखे हैं।