मोहन चरण माझी को ओडिशा का मुख्यमंत्री चुना गया है। दो डिप्टी सीएम- केवी सिंह देव और प्रवती परिदा भी चुने गए हैं। माझी चार बार के क्योंझर से विधायक हैं। वह सरपंच पद से राजनीति में आए थे और फिर विधायक बने थे।
माझी के मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा राजनाथ सिंह ने की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि श्री मोहन चरण मांझी को सर्वसम्मति से ओडिशा भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। वह एक युवा और गतिशील पार्टी कार्यकर्ता हैं जो ओडिशा के नए मुख्यमंत्री के रूप में राज्य को प्रगति और समृद्धि के मार्ग पर आगे ले जाएंगे। उन्हें बहुत-बहुत बधाई।'
राजनाथ सिंह ने आगे कहा, 'साथ ही, यह भी निर्णय लिया गया है कि नई राज्य सरकार का नेतृत्व करने के लिए दो उपमुख्यमंत्री नामित किए जाएंगे। श्री केवी सिंह देव और श्रीमती पार्वती परिदा उपमुख्यमंत्री के रूप में राज्य की सेवा करेंगे। उन्हें बधाई!'
मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए मोहन माझी ने 1997-2000 तक सरपंच के तौर पर अपना करियर शुरू किया था। माझी पहली बार 2000 में क्योंझर से राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे। 2004 और फिर 2019 में वे फिर से चुने गए। हाल के चुनावों में उन्होंने बीजेडी की मीना माझी को 11,577 वोटों से हराकर सीट बरकरार रखी। पिछली विधानसभा में माझी विपक्ष के मुख्य सचेतक थे, जिन्होंने कई अहम मुद्दों पर बीजेडी सरकार को निशाने पर लिया था।
मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए माझी ने कहा, 'पिछले 24 वर्षों की सरकार बदल गई है। हम लोगों के सपनों को पूरा करने और ओडिशा के विकास के लिए भाजपा में दिखाए गए विश्वास को पूरा करने की कोशिश करेंगे। मैं ओडिशा को देश का नंबर एक राज्य बनाने का वादा करता हूं।'
इससे पहले ओडिशा के मुख्यमंत्री के चयन के लिए भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। बैठक में राजनाथ सिंह और उनके कैबिनेट सहयोगी भूपेंद्र यादव शामिल हुए।
सीएम के नाम की यह घोषणा एक सप्ताह पहले भाजपा द्वारा राज्य में 147 में से 78 सीटें जीतकर पहली बार सत्ता में आने के बाद की गई है। भाजपा नेतृत्व ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को भाजपा विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक के लिए ओडिशा की राजधानी में पर्यवेक्षक के तौर पर भेजा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के शीर्ष नेता और पार्टी के मुख्यमंत्री बुधवार को भुवनेश्वर के जनता मैदान में होने वाले मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।