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केरल में निपाह वायरस फैला, 7 गांव प्रतिबंधित घोषित, स्कूल बंद

केरल में निपाह वायरस फैला, 7 गांव प्रतिबंधित घोषित, स्कूल बंद

केरल के कोझिकोड जिले में नौ वर्षीय लड़के सहित चार लोगों में निपाह के चार मामलों की पुष्टि होने के बाद राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अलर्ट जारी किया है।

केरल सरकार ने बुधवार को कहा कि कोझिकोड में सात ग्राम पंचायतों को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है। इन गांवों में निपाह वायरस के कारण दो लोगों की मौत हो गई है। सरकार निपाह के इन्फेक्शन को रोकने के लिए तमाम एहतियाती कदम उठा रही है।

कोझिकोड जिले में नौ वर्षीय लड़के सहित चार लोगों में निपाह के चार मामलों की पुष्टि होने के बाद यह कदम उठाया गया। अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में स्कूलों और दफ्तरों को बंद कर दिया है।

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि इस निपाह वायरस के लक्षण बांग्लादेश वाले वायरस जैसे हैं जो मानव से मानव में फैलता है और इसकी मृत्यु दर अधिक है, हालांकि यह कम संक्रामक है। वीना जॉर्ज ने कहा, एनआईवी पुणे टीमों के अलावा, चेन्नई से महामारी विज्ञानियों का एक समूह सर्वेक्षण करने के लिए केरल आ रहा है। मंत्री ने सदन को यह भी बताया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की एक टीम भी निपाह रोगियों के इलाज के लिए आवश्यक मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का प्रयोग करने पर सहमत हुई है।

रॉयटर्स के मुताबिक केरल के स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि निपाह वायरस के लिए अब तक 130 से अधिक लोगों का टेस्ट किया जा चुका है। निपाह संक्रमित चमगादड़, सूअर या अन्य लोगों के शारीरिक तरल पदार्थ के सीधे संपर्क के माध्यम से मनुष्यों में फैलता है।

पीटीआई के मुताबिक, निपाह अलर्ट के बीच, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी), पुणे की टीमें केरल जा रही हैं और निपाह के परीक्षण और चमगादड़ों का सर्वेक्षण करने के लिए कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में एक मोबाइल लैब स्थापित करेंगी।

कोझिकोड की जिला कलेक्टर ए गीता ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि सात ग्राम पंचायतों को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है। ये हैं- अतानचेरी, मारुथोंकारा, तिरुवल्लूर, कुट्टियाडी, कयाक्कोडी, विल्यापल्ली और कविलुम्परा। पीटीआई के मुताबिक अगली सूचना तक किसी को भी इन प्रतिबंधित क्षेत्रों के अंदर और बाहर यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस को प्रभावित इलाकों की घेराबंदी करने को कहा गया है।

इन इलाकों में हालाँकि, आवश्यक वस्तुएँ और दवाएँ बेचने वाली दुकानों को खोलने की अनुमति होगी। आवश्यक सामान बेचने वाली दुकानें सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक खुली रहेंगी, जबकि स्वास्थ्य केंद्रों और फार्मेसियों के लिए कोई समय सीमा नहीं दी गई है।

कोझिकोड की कलेक्टर गीता ने कहा कि स्थानीय सरकारी संस्थानों और ग्राम कार्यालयों को न्यूनतम कर्मचारियों के साथ काम करने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बैंक, अन्य सरकारी या अर्ध-सरकारी संस्थान, शैक्षणिक संस्थान और आंगनवाड़ी बंद रहेंगे।

सरकार ने सलाह दी है कि प्रतिबंधित क्षेत्रों में लोगों को मास्क पहनना चाहिए, सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करना चाहिए और शारीरिक दूरी बनाए रखनी चाहिए। राष्ट्रीय राजमार्गों पर चलने वाली किसी भी बस या वाहन को प्रभावित क्षेत्रों में रुकने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री पी. विजयन ने कहा कि किसी पैनिक में आने की जरूरत नहीं है। एहतियात बरतें।

केरल में 30 अगस्त को जिस पहले व्यक्ति की मौत हुई थी, उसकी मौत को लिवर सिरोसिस की बीमारी के कारण मृत्यु माना गया था। लेकिन अब उसका 9 साल का बेटा, और उसका 24 वर्षीय भाई मंगलवार को सामने आए निपाह के दो पॉजिटिव मामले हैं।

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