अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गजा में "युद्ध विराम" और संभावित बंधक रिहाई की संभावना पर चर्चा की। हालांकि नेतन्याहू ने युद्ध विराम की संभावना से इनकार किया। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका और इजराइली सरकारें ऐसे संभावित अस्थायी विरामों पर संपर्क में रहेंगी और बाइडेन और नेतन्याहू आने वाले दिनों में बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए हैं। हालांकि असलियत ये है कि अमेरिका के तमाम शहरों में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं। शनिवार और रविवार के प्रचंड प्रदर्शनों ने अमेरिकी सरकार को हिला दिया है। यही हाल इजराइल में भी है। वहां के प्रधानमंत्री नेतन्याहू अपनी लोकप्रियता खो चुके हैं। तमाम सर्वे में बताया गया है कि यहूदी अब उनका इस्तीफा चाहते हैं। तीन दिनों पहले तेल अवीव में उनके घर के बाहर और इजराइली सैन्य मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन हुए हैं।
किर्बी ने संवाददाताओं से कहा, "आप उम्मीद कर सकते हैं कि हम लड़ाई में अस्थायी विराम की वकालत करना जारी रखेंगे। हम खुद को इस बातचीत की शुरुआत से पाते हैं, अंत में नहीं।" किर्बी ने कहा कि ये बातचीत ऐसे समय में हुई है जब वहां से अधिक अमरीकियों के गजा से बाहर निकलने की उम्मीद है और क्षेत्र में अधिक सहायता प्रवेश कर रही है। बाइडेन और नेतन्याहू ने वेस्ट बैंक की स्थिति पर भी चर्चा की।
व्हाइट हाउस, का कहना है कि पूरी तरह युद्धविराम एक उचित कदम नहीं होगा, विशिष्ट मानवीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए हमलों में छोटे विराम पर जोर दिया जा रहा है।
उधर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एबीसी न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि पूर्ण युद्ध विराम अभी संभव नहीं है। उनका कहना है कि हमास के खिलाफ युद्ध समाप्त होने के बाद "अनिश्चित काल के लिए" गजा पट्टी पर इजराइल की "समग्र सुरक्षा जिम्मेदारी" होगी। क्योंकि हमने देखा है कि जब हमारे पास यह कंट्रोल नहीं होता तो क्या होता है। जब हमारे पास वह सुरक्षा जिम्मेदारी नहीं है, तो हमारे पास हमास के आतंक का इतने बड़े पैमाने पर विस्फोट है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते।
सीमित युद्ध विराम को और साफ करते हुए नेतन्याहू ने कहा- “जहाँ तक व्यावहारिक है, थोड़ा रुकना - एक घंटा यहाँ, एक घंटा वहाँ। लेकिन हम परिस्थितियों की जांच करेंगे। ताकि मानवीय सामान अंदर आ सकें या हमारे बंधकों को छोड़ सकें।"
इसके बाद नेतन्याहू ने संकेत दिया कि अगर हमास गजा में रखे गए लगभग 240 बंधकों में से सभी को रिहा कर देता है तो वह युद्धविराम पर सहमत होंगे। उस उद्देश्य के लिए युद्धविराम होगा, और हम उसके होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। ऐसा अब तक नहीं हुआ है।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि गजा पर इजराइल का युद्ध फिलिस्तीनी इलाके को "बच्चों के लिए कब्रिस्तान" में बदल रहा है। उन्होंने यह बात तब कही जब एक महीने के हवाई हमलों और तोपखाने बमबारी में मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या 10,000 से अधिक हो गई, जिसमें 4,000 से अधिक बच्चे भी शामिल थे। गुटेरेस ने कहा, ''नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए। हमें विनाश के इस क्रूर, भयानक, पीड़ादायक अंत से बाहर निकलने का रास्ता खोजने के लिए अब कार्रवाई करनी चाहिए।" यूएन फिर से फौरन मानवीय युद्धविराम का आह्वान किया। हालांकि इज़राइल जिद पर अड़ा हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीनी प्रतिनिधि रियाद मंसूर ने इज़राइल द्वारा किए गए "अपराधों" के लिए जवाबदेही की मांग की है और संयुक्त राष्ट्र युद्धविराम समझौते को रोकने के लिए अमेरिका को दोषी ठहराया है।
फिलिस्तीन समर्थक सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने वॉशिंगटन राज्य के टैकोमा बंदरगाह पर एक सैन्य आपूर्ति जहाज को रोकने के लिए रैली की। उनका मानना है कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका से इज़राइल तक हथियार ले जाएगा। एक गोपनीय सूत्र ने विरोध प्रदर्शन आयोजित करने वाले सगंठन एआरओसी को सूचित किया था कि इस जहाज को हथियारों और सैन्य उपकरणों से लोड किया जाएगा और इज़राइल भेजा जाएगा, ताकि इजराइल गजा में अपना सैन्य आक्रमण जारी रख सके।