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मुनव्वर फारूकी की कॉमेडी से ख़तरा? गुड़गांव कॉमेडी फेस्टिवल से हटाये गये

मुनव्वर फारूकी की कॉमेडी से ख़तरा? गुड़गांव कॉमेडी फेस्टिवल से हटाये गये

मुनव्वर फारूकी इस बार किसी शो में नहीं, बल्कि गुड़गांव कॉमेडी फेस्टिवल में प्रदर्शन करने वाले थे। लेकिन उनका नाम उसमें से हटा दिया गया। जानिए, आयोजकों ने क्या कारण बताया। 

स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी की कॉमेडी से क्या सार्वजनिक सुरक्षा को ख़तरा हो सकता है? यदि किसी के हँसाने से ऐसा ख़तरा होने लगे तो फिर किस-किस चीज से ख़तरा हो सकता है, इसकी कल्पना ही की जा सकती है!

दरअसल, गुड़गांव कॉमेडी फ़ेस्टिवल के आयोजकों ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को 'सार्वजनिक सुरक्षा' का हवाला देते हुए कलाकारों की लाइन-अप से हटा दिया है। आयोजकों ने कहा है कि पिछले दो दिनों में उन्हें बार-बार फ़ोन आ रहे हैं और ऑनलाइन मैसेज मिले हैं, जिसमें 3 दिवसीय उत्सव में फारूक़ी के शामिल होने का विरोध किया गया है।

हाल ही में फारूक़ी अपने शो रद्द किए जाने को लेकर चर्चा में रहे हैं। पिछले महीने ही बेंगलुरु पुलिस ने क़ानून- व्यवस्था का हवाला देते हुए आयोजकों से स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी का शो रद्द करने का आदेश दिया था। 

बेंगलुरु के अशोक नगर थाने के प्रमुख ने आयोजकों को लिखी चिट्ठी में कहा है, "यह पता चला है कि मुनव्वर फ़ारूक़ी एक विवादास्पद व्यक्ति हैं। अन्य धर्मों के देवताओं पर उनके बयान की वजह से कई राज्यों ने उनके कॉमेडी शो पर प्रतिबंध लगा दिया है। पता चला है कि उनके ख़िलाफ़ मध्य प्रदेश में एक मामला दर्ज किया गया है। इसी तरह के मामले उनके ख़िलाफ़ अन्य राज्यों में भी दर्ज हैं।"

पिछले महीने जब बेंगलुरु में उनका शो रद्द करने के लिए आयोजकों से कहा गया, तो मुनव्वर फ़ारूक़ी ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "नफ़रत जीत गई, आर्टिस्ट हार गया। गुड बाय।" उन्होंने उसके बाद ट्वीट किया, "मैं समझता हूँ कि यह अंत है। मेरा नाम मुनव्वर फ़ारूक़ी है और यह मेरा समय था। आप लोग अद्भुत श्रोता रहे हैं। गुड बाय। मैं ख़त्म कर रहा हूँ।"

इस बीच अब गुड़गांव कॉमेडी फ़ेस्टिवल का मामला आया है। वह फेस्टिवल 17-19 दिसंबर को एयरिया मॉल में होने वाला है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कार्यक्रम का आयोजन करने वाली एंटरटेनमेंट फैक्ट्री के सह-संस्थापक मुबीन तिसेकर ने कहा, 'हम किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुँचाना चाहते थे या जनता को ख़तरे में नहीं डालना चाहते थे... इसलिए हमने उन्हें पैनल से हटा दिया। फ़ैसला कल लिया गया और हमने पोस्टर और टिकटिंग प्लेटफॉर्म पर बदलाव किए। हमारे लिए कलाकारों और जनता की सुरक्षा प्राथमिकता है...दर्शक ही सबकुछ हैं।'

टिसेकर ने कहा कि उन्हें इसको लेकर बार-बार हर जगह से फोन आए। उन्होंने कहा, 'मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा कि सभी फोन कौन कर रहे थे और शिकायत कर रहे थे।'

बता दें कि बीजेपी आईटी विभाग के हरियाणा प्रमुख अरुण यादव ने सोमवार को फारूकी के ख़िलाफ़ एक पुलिस शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाया और पुलिस से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वह प्रदर्शन न करें। 

एक शो के दौरान कथित तौर पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने के आरोप में फारूकी इंदौर की जेल में एक महीना रहे हैं। दक्षिणपंथी समूहों द्वारा अल्टीमेटम के बाद फारूकी के कई शो रद्द हो गए हैं।

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