प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन सोमवार को वर्चुअल बैठक में एक-दूसरे से बातचीत करेंगे। इसके बाद भारत और अमेरिका के मंत्रियों के बीच भी 2+2 संवाद होने जा रहा है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस वर्चुअल बैठक से दोनों देशों के रिश्ते बेहतर होंगे।
इस दौरान दोनों नेता दक्षिण एशिया में चल रहे ताजा हालात और वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत कर सकते हैं। लेकिन यह कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच रूस और यूक्रेन के युद्ध को लेकर बातचीत जरूर होगी।
रूस के द्वारा यूक्रेन पर हमला करने के बाद जब भारत ने रूस से कच्चा तेल खरीदने का एलान किया था तो इस पर अमेरिका ने भी प्रतिक्रिया दी थी।
भारत रूस के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन पर हुए हमले को लेकर आए निंदा प्रस्ताव पर वोटिंग से दूर रहा था। जबकि बीते दिनों में अमेरिका का रूस को लेकर रूख़ बेहद सख़्त रहा है और उसने रूस पर तमाम तरह के प्रतिबंध लगाए हैं। युद्ध के बीच ही रूस के विदेश मंत्री भी भारत आए थे।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध डेढ़ महीने से ज्यादा लंबा हो चुका है। दुनिया के तमाम मुल्कों में भी इसका असर पड़ रहा है। इस वजह से तेल महंगा हुआ है और जरूरत की कई अन्य चीजों की कीमत भी बढ़ी है।ऐसे में दुनिया की तमाम महाशक्तियां अपील कर चुकी हैं कि युद्ध समाप्त होना चाहिए लेकिन बावजूद इसके युद्ध जारी है।
भारत और अमेरिका के मंत्रियों के बीच होने वाली 2+2 बातचीत भी बेहद अहम है। इस मुलाकात में भारत की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर जबकि अमेरिका की ओर से उनके समकक्ष अटॉर्नी ब्लिंकन और लॉयड ऑस्टिन मौजूद रहेंगे।