राजस्थान के अलवर में लिंचिंग की घटना फिर हुई है। लकड़ी काटने को लेकर भीड़ के हमले में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई और दो अन्य घायल हो गए। एक दर्जन से अधिक लोगों ने उस वाहन को रोका जिसमें वे तीनों सवार थे और कथित तौर पर उन पर हमला किया।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि मृत व्यक्ति वसीम के पिता ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि गुरुवार को उनका बेटा और दो अन्य लोग रामपुर इलाके में लकड़ी काट रहे थे। शिकायत में कहा गया है कि स्थानीय लोगों ने पुलिस और वन विभाग को सूचित किया और उन्होंने आकर तीनों की पिटाई की। शुक्रवार को इलाज के दौरान वसीम ने दम तोड़ दिया।
पुलिस का कहना है कि तीनों पर आरोप है कि वे अवैध रूप से लकड़ी काट रहे थे। अतिरिक्त एसपी जगराम मीणा ने कहा- "हमें नारोल गांव में मॉब लिंचिंग की सूचना मिली और पुलिस मौके पर पहुंची। आरोपी मौके से भाग गए थे। घायलों को अस्पताल ले जाया गया और इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। हमने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है, और आगे की जांच कर रहे हैं।"
पुलिस के अनुसार, चार वन अधिकारियों को हिरासत में रखा गया है। इसके अतिरिक्त, छह ग्रामीणों को भी हिरासत में लिया गया है, जिनमें एक जेसीबी चालक भी शामिल है। फिलहाल उनसे पूछताछ चल रही है और प्रक्रिया पूरी होने के बाद और गिरफ्तारियां की जाएंगी।
फिलहाल यही संकेत मिल रहा है कि घटना किसी विशेष जाति या धार्मिक कारणों से जुड़ी नहीं है। लेकिन सोशल मीडिया पर आ रही प्रतिक्रियाओं में इस समुदाय विशेष से जोड़कर देखा जा रहा है। राजस्थान में इससे पहले भी लिंचिंग की घटनाएं हुईं हैं और उन सभी में समुदाय विशेष के लोग ही मारे गए थे। राजस्थान में जल्द ही चुनाव होने वाले हैं और यह घटना तूल पकड़ सकती है।