प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही चीनी घुसपैठ से इनकार करते हुए कहा हो कि 'न कोई घुसा, न कोई घुसा हुआ है', रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर घुसपैठ की बात मानी है। रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट @DefenceMinIndia पर दी गई जानकारी में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के घुसपैठ करने की बात कही। लेकिन इस पर विवाद होने के बाद उसने वेबसाइट से यह जानकारी हटा ली है।
मंत्रालय का आधिकारिक बयान
रक्षा मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर पहले लिखा था, 'वास्तविक नियंत्रण रेखा और ख़ास कर गलवान घाटी में 5 मई, 2020 से ही चीन की आक्रामकता बढ़ती जा रही है। चीनी सेना ने 17-18 मई, 2020 को कुगरांग नाला, गोगरा और पैंगोंग त्सो के उत्तरी किनारे पर सीमा का उल्लंघन किया।'
इसके आगे इस वेबसाइट पर यह भी कहा गया था, 'इसके फलस्वरूप तनाव कम करने के लिए दोनों सेनाओं के बीच ज़मीनी स्तर पर बातचीत हुई। कोर कमांडरों की बैठक 6 जून, 2020 को हुई। लेकिन 15 जून की रात को हिंसक झड़प हुई, जिसमें दोनों पक्षों के लोग हताहत हुए।'
रक्षा मामलों के विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने एक ट्वीट कर यह बात कही है। उन्होंने ट्वीट किया, 'रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट @DefenceMinIndia ने चीनी सेना द्वारा गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग्स और पैंगोंग में वास्तविक नियंत्रण रेखा के उल्लंघन की बात मानी है। यह पीएम @narendramodi के 19 जून के इस बयान को झुठलाता है कि न कोई घुसा, न कोई घुसा हुआ है।'
मंत्रालय ने हटाई जानकारी
इस पर विवाद खड़ा होने के बाद मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट से इस जानकारी को हटा ली है। अब न तो वह दस्तावेज उस पर दिख रहा है और न ही वह लिंक काम कर रहा है। एनडीटीवी को यह जानकारी देते हुए एक आला अफसर ने कहा कि उन्होंने वह दस्तावेज़ नहीं देखा है।
मोदी पर राहुल का हमला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर तीखा हमला किया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'चीन का डट कर विरोध करना तो दूर की बात है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन का नाम तक नहीं ले रहे हैं।'
राहुल गांधी ने यह भी कहा है कि 'पहले भारतीय सरज़मीं पर चीनी सैनिकों के होने की बात इनकार करने और उसके बाद उससे जुड़े क़ाग़जात के वेबसाइट से हटा देने से तथ्य नहीं बदलेंगे।'
प्रधानमंत्री का दावा
याद दिला दें कि 19 जून को सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा था चीनी सैनिकों के भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की बात से साफ़ इनकार कर दिया था।प्रधानमंत्री के इस इनकार के बाद सत्तारूढ़ बीजेपी की यह आधिकारिक लाइन बन गई। उसके तमाम प्रवक्ता यही बात दुहराने लगे कि चीन ने घुसपैठ नहीं की है और भारतीय सरज़मीन पर चीनी सैनिक नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने कहा था,
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'किसी ने भी हमारी सीमा में न तो प्रवेश किया है और न ही हमारी कोई पोस्ट किसी के कब्जे में है। लद्दाख में हमारे 20 जवान शहीद हुए हैं लेकिन भारत मां की ओर आंख उठाने वालों को उन्होंने सबक सिखाया है। उनका ये बलिदान हमेशा हर भारतीय के मन में अमिट रहेगा।'
नरेद्र मोदी, प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने कहा, 'उनकी वीरता, उनके कौशल पर देश अटूट विश्वास रखता है। इस सर्वदलीय बैठक के माध्यम से भी मैं शहीदों के परिवारों को विश्वास दिलाता हूं कि पूरा देश उनके साथ है, उन्हें नमन करता हूं।' मोदी ने कहा कि चीन ने जो किया, उससे पूरा देश गुस्से में है।
मोदी ने कहा था, 'हमारी सेना देश की रक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। चाहे डिप्लायमेंट हो, एक्शन हो, काउंटर एक्शन हो, जल-थल-नभ में, हमारी सेनाओं को देश की रक्षा के लिए जो करना है, वो कर रही है।'
लेकिन प्रधानमंत्री की इस बात पर लोगों ने भरोसा नहीं किया था और लोग इस पर सवाल उठा रहे थे। अब तो आधिकारिक तौर पर साफ़ हो गया है कि प्रधानमंत्री ने गलत बयानी की थी।