पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को दावा किया कि कश्मीरी पंडित सुनील कुमार भट्ट के परिवार से मिलने से रोकने के लिए उन्हें नजरबंद कर दिया गया। जिनकी हाल ही में शोपियां में आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मुफ्ती ने ट्विटर पर गुप्कर इलाके में अपने आवास के बंद दरवाजों और बाहर खड़ी सीआरपीएफ की एक गाड़ी की तस्वीरें पोस्ट कीं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की "कठोर नीतियों" के कारण कश्मीरी पंडितों की हत्याएं हुई हैं। भारत सरकार कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा को छिपाना चाहती है क्योंकि इसकी कठोर नीतियों के कारण उन लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण टारगेटेड हत्याएं हुई हैं जिन्होंने पलायन नहीं करना चुना है। मुझे मुख्यधारा में अपने दुश्मन के रूप में पेश करने के कारण मुझे रविवार नजरबंद रखा गया है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि छोटीगाम में भट्ट के परिवार से मिलने की उनकी कोशिशों को प्रशासन ने नाकाम कर दिया।
उन्होंने कहा, वहीं प्रशासन का दावा है कि हमें बंद करना हमारी अपनी सुरक्षा के लिए है, जबकि वे खुद घाटी के हर नुक्कड़ पर जाते हैं।
बता दें कि हाल ही में घाटी में कई कश्मीरी पंडितों और दूसरे राज्यों के मजदूरों की हत्याएं आतंकियों ने की है। मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर के तीन हिस्से किए, उसने धारा 370 हटाई और यह सब करते हुए उसने कहा था कि घाटी से आतंकवाद खत्म हो जाएगा। उसने कश्मीरी पंडितों को वापस लाने का वादा किया था। इसी बीच कश्मीरी पंडितों के कथित पलायन पर कश्मीर फाइल्स फिल्म आई। जिसने एक अलग नेरेटिव चलाया। उस फिल्म के आने के बाद से घाटी में कई कश्मीरी पंडितों की हत्या हो चुकी है।