बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ेगी।
उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर लिखा कि उनकी पार्टी पूरी तैयारी और ताकत के साथ संसदीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। उन्होंने लिखा, "चुनावी गठबंधन या तीसरा मोर्चा बनाने की अफवाहें पूरी तरह से झूठी और भ्रामक खबर है। मीडिया को ऐसी शरारती खबरें न देकर अपनी विश्वसनीयता बनाए रखनी चाहिए। लोगों को भी सतर्क रहना चाहिए।"
मायवती ने अपनी बात और साफ करते हुए कहा- ख़ासकर यूपी में बीएसपी की काफी मज़बूती के साथ अकेले चुनाव लड़ने के कारण विरोधी लोग काफी बैचेन लगते हैं। इसीलिए ये आए दिन किस्म-किस्म की अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते रहते हैं। किन्तु बहुजन समाज के हित में बीएसपी का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला अटल।
पिछले महीने भी मायावती ने गठबंधन बनाने की अफवाहों को खारिज कर दिया था क्योंकि कई नेताओं द्वारा बीएसपी को इंडिया गठबंधन में शामिल करने के प्रयास किए जा रहे थे। कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने पिछले महीने कहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ एकजुट लड़ाई में शामिल होने के लिए बीएसपी के लिए इंडिया गठबंधन के दरवाजे खुले हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बन गई है। कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि अखिलेश यादव की पार्टी और अन्य भारतीय गठबंधन सहयोगी शेष 63 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और बीएसपी द्वारा मंगलवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तेलंगाना में गठबंधन करने के फैसले के चार दिन बाद मायवती का बयान आया है। तेलंगाना में गठबंधन की घोषणा बीआरएस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और प्रदेश बसपा अध्यक्ष आरएस प्रवीण कुमार ने की। पीटीआई के अनुसार, राव ने कहा था कि तीसरा मोर्चा बनाने के मुद्दे पर वह जल्द ही बसपा सुप्रीमो मायावती से बात करेंगे और प्रवीण कुमार पहले ही इस मामले पर उनसे बात कर चुके हैं। लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा अभी नहीं हुई है लेकिन अप्रैल-मई में चुनाव लड़े जाने की संभावना है।