7 साल तक सरकार चलाने के बाद नेहरू को दोष देते हैं हुक्मरान: मनमोहन सिंह
पंजाब के विधानसभा चुनाव के लिए मतदान से ठीक पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक वीडियो संदेश जारी कर अपनी बात अवाम के सामने रखी है। मनमोहन सिंह ने कहा है कि चीन हमारे बॉर्डर पर बैठा हुआ है और इस बात को दबाने की कोशिश की जा रही है।
आर्थिक नीतियों को लेकर मनमोहन सिंह ने केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि इस सरकार की नीतियों के कारण एक ओर लोग बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं तो दूसरी ओर आज के हुक्मरान साढ़े सात साल तक सरकार चलाने के बाद भी अपनी गलती को मानने के बजाय समस्याओं के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को दोष देते हैं।
मनमोहन सिंह 10 साल तक भारत के प्रधानमंत्री रहे और इस पद पर बैठने वाले पहले सिख हैं। मनमोहन सिंह ने अपना भाषण पंजाबी भाषा में दिया है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के पुराने दोस्त लगातार टूटते जा रहे हैं और पड़ोसियों के साथ भी हमारे संबंध बिगड़ते जा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि अब सत्ताधारियों को यह बात समझ आ गई होगी कि नेताओं से जबरदस्ती गले मिलने या बिना बुलाए बिरयानी खाने पहुंच जाने से दूसरे देशों के साथ रिश्ते नहीं सुधर सकते।
89 साल के हो चुके मनमोहन सिंह ने कहा कि उनकी दिली इच्छा थी कि वे इन पांच राज्यों के चुनाव प्रचार में हिस्सा लें लेकिन डॉक्टर की राय के कारण वे ऐसा नहीं कर सके और वीडियो के जरिए अपनी बात लोगों तक पहुंचा रहे हैं।
मनमोहन सिंह ने कहा कि अपने सियासी लाभ के लिए उन्होंने कभी देश का बंटवारा नहीं होने दिया, कभी सच पर पर्दा डालने की कोशिश नहीं की, कभी देश और प्रधानमंत्री पद की शान को कम नहीं होने दिया।
‘पंजाब को बदनाम करने की कोशिश’
कांग्रेस के इस बुजुर्ग नेता ने कहा कि बीते महीने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक की बात कह कर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और राज्य के लोगों को बदनाम करने की कोशिश की गई। इसी तरह किसान आंदोलन के दौरान भी पंजाब और पंजाबियत को बदनाम करने की कोशिश की गई। बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान बीजेपी के कई नेताओं और केंद्र सरकार के मंत्रियों ने किसानों को खालिस्तानी और मवाली तक कहा था।
आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ के तौर पर पहचाने जाने वाले मनमोहन सिंह ने कहा कि जिन पंजाबियों की दिलेरी, बहादुरी और देशभक्ति को पूरी दुनिया सलाम करती है, उन पंजाबियों को लेकर क्या कुछ नहीं कहा गया और इससे उन्हें बहुत दुख पहुंचा।
उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 तक उनकी सरकार द्वारा किए गए अच्छे कामों को देश याद कर रहा है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को आर्थिक मामलों की कोई समझ नहीं है और इसकी गलत आर्थिक नीतियों के कारण देश आर्थिक बदहाली की जकड़ में फंस गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बेरोजगारी चरम पर है और विद्यार्थी, किसान सभी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि देश में सामाजिक असमानता भी बढ़ रही है और लोगों पर कर्ज बढ़ता जा रहा है और उनकी कमाई घट रही है। जिससे अमीर और अमीर हो रहे हैं और गरीब और गरीब होते जा रहे हैं जबकि केंद्र सरकार आंकड़ों में धोखा करके सब कुछ बढ़िया बता रही है।