मणिपुर में बीजेपी के समर्थक इतने ग़ुस्से में क्यों हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के पुतले जलाए, नारेबीज़ी की और कई जगहों पर पार्टी कार्यालयों में तोड़फोड़ की? राज्य की राजधानी इंफाल में तो पार्टी कार्यालय पर सुरक्षा बढ़ानी पड़ी।
दरअसल, मणिपुर में चुनाव है और बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इसके बाद ही बीजेपी के ही समर्थकों में नाराज़गी बढ़ गई। टिकट चाहने वाले जिन लोगों को उम्मीदवार नहीं बनाया गया उनके समर्थकों ने हंगामा खड़ा कर दिया। टिकट की उम्मीद लगाए बैठे जिन कुछ कार्यकर्ताओं को टिकट नहीं मिला तो इस्तीफ़े दिए जाने की भी रिपोर्ट है।
टिकट नहीं मिलने से नाराज़ कार्यकर्ताओं का गु़स्सा इतना बढ़ जाएगा इसकी कल्पना शायद बीजेपी ने भी नहीं की होगी कि वे पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ करना शुरू कर देंगे और बचाव के लिए अतिरिक्त सुरक्षा लगानी पड़ेगी। उनका यह प्रदर्शन राज्य में कई जगहों पर हुआ। वे लोग बैनर और तख्तियाँ लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। कई जगहों पर कुछ समय के लिए यातायात भी प्रभावित हुआ।
कांग्रेस ने बीजेपी में हुई बगावत और प्रदर्शन के वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किए हैं।
बता दें कि बीजेपी ने मणिपुर विधानसभा की सभी 60 सीटों के लिए रविवार को अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, हिंगांग निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। गोविंददास कोंथौजम बिष्णुपुर से चुनावी मुकाबले में उतरेंगे। मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष कोंथौजम हाल में बीजेपी में शामिल हुए थे। बीजेपी ने तीन महिला उम्मीदवारों को पार्टी का टिकट दिया है और तीन मौजूदा विधायकों को इस बार चुनाव में नहीं उतारा है।
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए सात विधायक रविवार को जारी सूची के अनुसार उम्मीदवार बनाए गए हैं। हालांकि, कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल होने वाले तीन कांग्रेस विधायकों को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया है।
कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि टिकट पाने की उम्मीद कर रहे पार्टी के कुछ पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है, हालांकि सही संख्या स्पष्ट नहीं है। रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि ज़्यादातर असंतुष्ट नेता वे हैं जिन्हें कांग्रेस के दलबदलुओं को टिकट देने के कारण टिकट नहीं मिल पाया।
बता दें कि 2017 के चुनाव में बीजेपी ने 21 सीटें जीती थीं लेकिन छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों की मदद से सरकार बनाई थी। सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से 19 विधायकों को पार्टी का टिकट दिया गया है और तीन को बाहर कर दिया गया है।
बीजेपी के मणिपुर चुनाव प्रभारी भूपेंद्र ने कहा है, 'भाजपा सभी 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और अपने दम पर बहुमत हासिल करेगी। मोदी सरकार ने सुनिश्चित किया है कि मणिपुर को एक स्थिर सरकार मिले और वह क्षेत्र के विकास और शांति को सुनिश्चित करना जारी रखेगी।'
मणिपुर में विधानसभा चुनाव दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को होंगे। मतगणना 10 मार्च को होगी।