4 मई को मणिपुर में दो महिलाओं को नंगा कर उनकी परेड कराने और उनमें से एक महिला के साथ गैंगरेप मामले में अब तक गिरफ्तार 4 आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 11 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
बुधवार को पीड़ित महिलाओं के वीडियो वायरल होने के बाद गुरुवार सुबह सबसे पहले गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान 32 वर्षीय हुइरेम हेरादास सिंह के रूप में हुई है। उसे थौबल जिले से गिरफ्तार किया गया था। बाद में तीन अन्य आरोपियों के गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है।
इस मामले में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि सरकार सभी आरोपियों को मौत की सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। शुक्रवार को उन्होंने कहा है कि वायरल वीडियो देखकर लोग निराश है इसलिए सब लोग इसका विरोध कर रहे हैं। 4 आरोपियों को पकड़ लिया गया है और जो भी घटना में शामिल है उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। मेरा काम मणिपुर में शांति बनाए रखना है।
कोलकाता में ममता ने साधा पीएम मोदी पर निशाना
शुक्रवार को कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी आपने 'बेटी बचाओ' का नारा दिया था, अब आपका नारा कहां है। आज मणिपुर जल रहा है, पूरा देश जल रहा है। ममता बनर्जी ने कहा कि
मैं पीएम से पूछना चाहती हूं कि मणिपुर की घटना से क्या आपको थोड़ा भी दुख नहीं हुआ? कब तक बेटियां जलाई जाएंगी कब तक दलित और अल्पसंख्यक लोग मारे जाएंगे? उन्होंने कहा कि हम मणिपुर नहीं छोड़ेंगे, पूर्वोत्तर की बहनें हमारी बहनें हैं। देश की महिलाएं आने वाले लोकसभा चुनाव में आपको देश की राजनीति से बाहर कर देंगी।
मणिपुर की घटना निश्चित रूप से बहुत ही गंभीर है: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को संसद में कहा है कि मणिपुर की घटना निश्चित रूप से बहुत ही गंभीर है और इसकी गंभीरता को समझते हुए प्रधानमंत्रीजी ने स्वयं ही इस बात को कहा है कि मणिपुर में जो कुछ भी हुआ है उससे पूरे का पूरा राष्ट्र शर्मसार हुआ है। यहां तक कि मणिपुर की घटनाओं को लेकर कठोर से कठोर कार्यवाही किए जाने की बात प्रधानमंत्री जी ने कही है। हम चाहते है कि इस घटना पर संसद में चर्चा हो। राजनाथ सिंह ने कहा कि
मैंने ऑल पार्टी मीटिंग में भी इस बात को कहा है और आज मैं फिर से सदन में दोहराना चाहता हूं कि हम चाहते हैं कि मणिपुर की घटना पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। मैं देख रहा हूं कि कुछ ऐसे राजनैतिक दल है जो कि अनावश्यक यहां पर ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं ताकि किसी भी सूरत में मणिपुर की घटना पर चर्चा न हो पाए। मैं स्पष्ट रूप से यह आरोप लगाना चाहता हूं कि सचमुच यह प्रतिपक्ष मणिपुर की घटना को लेकर जितना गंभीर होना चाहिए उतना गंभीर नही है।